21 दिनों से बठिडा में जारी हैं किसानों के धरने
भारतीय किसान यूनियनों की ओर से खेती कानून के खिलाफ शुरू किए गए धरने बुधवार को 21वें दिन भी जारी रहे। हालांकि पंजाब सरकार ने भी अपने लेवल पर बिलों का प्रस्ताव पास किया है।
जागरण संवाददाता, बठिडा : भारतीय किसान यूनियनों की ओर से खेती कानून के खिलाफ शुरू किए गए धरने बुधवार को 21वें दिन भी जारी रहे। हालांकि पंजाब सरकार ने भी अपने लेवल पर बिलों का प्रस्ताव पास किया है। मगर इसको किसानों ने एक साजिश करार दिया है। किसानों का कहना है कि सरकार ने एमएसपी से कम कीमत पर फसल खरीदने वालों पर केस दर्ज करने का प्रस्ताव पास किया है। अगर केंद्र सरकार ने एमएसपी को ही खत्म कर दिया तो इसका पंजाब सरकार के पास भी कोई हल नहीं है। जिस कारण सरकार को चाहिए कि वह अपने प्रस्ताव पर विचार करे। यहीं इसमें सिर्फ गेहूं व धान की फसल को ही शामिल किया है। जबकि अन्य फसलों को भी बिल में लिया जाना चाहिए। मगर उनका धरना मांगों के पूरा होने तक जारी रहेगा।
किसानों के धरने के दौरान कीरती किसान यूनियन के प्रधान अमरजीत सिंह हनी, राज्य कार्यकारीणी सचिव हरिदर कौर बिदू, जिला प्रधान शिगारा सिंह मान, महासचिव हरजिदर सिंह बग्गी, जगदेव सिंह जेगेवाला, जगसीर सिंह झुंबा, बसंत सिंह कोठागुरु, राजविदर सिंह राजू, सुखदेव सिंह रामपुरा, होशियार सिंह चक्क फतेह सिंह वाला, अमरीक सिंह सिवियां, कुलवंत सिंह रायके कलां, परमजीत कौर के अलावा 31 किसान संगठनों के नेता कुल हिद किसान सभा पंजाब के राज्य वर्किंग प्रधान बलकरन सिंह बराड़, डकौंदा के राज्य प्रधान बूटा सिंह बुर्ज गिल व सुखविदर सिंह बाबा, भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के काका सिंह कोटड़ा, राज्य महासचिव व जिला प्रधान बलदेव सिंह संदोहा, कुल हिद किसान किसान सभा पंजाब के जिला प्रधान हरनेक सिंह आलीके, भारतीय किसान यूनियन मानसा के राज्य उप प्रधान बलविदर सिंह, जिला प्रधान जगसीर सिंह जीदा, कीर्ति किसान यूनियन के जिला प्रधान अमरजीत सिंह हनी व सुखदीप बाठ, जम्हूरी किसान सभा के जिला प्रधान तारा सिंह कोटड़ा व बलदेव सिंह, भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के जिला प्रधान दारा सिंह व सरूप सिंह, क्रांतिकारी किसान यूनियन के जिला प्रधान जगदीश सिंह गुमटी कलां व गुरदित्ता सिंह, भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी से जिला प्रधान प्रशोत्म मेहराज व रणजीत सिंह, पंजाब किसान यूनियन से गुरतेज मेहराज आदि शामिल हुए।