लक्ष्मी पूजन के दिन कई घरों में गूंजी किलकारियां
बेटियों को लक्ष्मी का रूप माना जाता है। दीवाली के दिन तो बेटियों के जन्म को काफी शुभ माना जाता है।
जासं, बठिडा : बेटियों को लक्ष्मी का रूप माना जाता है। दीवाली के दिन तो बेटियों के जन्म को काफी शुभ माना जाता है। शनिवार को दीवाली के दिन जहां लोग धन-वैभव ऐश्वर्य की देवी माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजन की तैयारियों में जुटे थे। वहीं कुछ घर ऐसे भी थे, जिनके घर माता लक्ष्मी ने साक्षात बेटियों के रूप में जन्म लिया। इससे उनकी दीवाली की खुशियां दोगुनी हो गई। दीपावली वाले दिन कइयों के घर लक्ष्मी आई तो कई घरों में कुलदीपक ने रोशनी की। लक्ष्मी पूजन के दिन कई घरों में गूंजी नन्ही किलकारियों से उनके आंगन में बहार आई। दीवाली के अगले दिन दैनिक जागरण की ओर से शहर के सरकारी अस्पताल में पैदा हुए नवजातों की जानकारी एकत्र की। दीवाली वाले दिन बठिडा सिविल अस्पताल में नौ बच्चों ने जन्म लिया। इनमें से पांच लड़कियों व चार लड़कों ने जन्म लिया। दीवाली वाले दिन जन्मे इन बच्चों के अभिभावक इन्हें काफी शुभ मान रहे हैं। नवजन्मी बच्ची के परिवार वालों ने अस्पताल में मिठाइयां बांटकर अपनी खुशियां बांटी। पहली बार मां बनी महिलाओं के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। उनके घर लड़की ने जन्म लिया व उसे लक्ष्मी का अवतार मान रहे हैं। वहीं जिनके घरों में लड़के पैदा हुए हैं उन अभिभावकों का कहना है कि उनके घर कुलदीपक आया है। अभिभावकों के अनुसार दीवाली वाले दिन पैदा हुए बच्चे काफी ख्याति प्राप्त करते हैं। उनका मानना है कि इस दिन जन्मे बच्चों पर मां लक्ष्मी की अपार कृपा रहती है। मैं दीपावली पर बेटी पाकर बेहद खुश हूं सिविल अस्पताल के मदर एंड चाइल्ड वार्ड में दाखिल गांव भगता भाईका निवासी राजवीर कौर पत्नी सुखजीत सिंह ने कहा कि दीपावली के दिन उनके घर पर बेटी के रूप में लक्ष्मी मिल गई। मां लक्ष्मी ने मेरे घर आंगन को खुशियों से भर दिया। अपनी बेटी के जन्म को लेकर काफी खुश हैं और पूरे घर में लोग उत्साहित हैं। दिवाली के दिन घर पर लक्ष्मी आई है, जो मां लक्ष्मी का तोहफा है। वह बेटी को पाकर काफी खुश हैं। जिसकी वह अब हर इच्छा पूरी करेंगे। इसके लिए कोई कमी नहीं आएगी।
भगवान की देन है बेटी सिविल अस्पताल में बेटी को जन्म देने वाली गांव तुंगवाली निवासी रजनी कौर पत्नी बलराज सिंह का कहना है कि बेटियां तो भगवान की देन है और दिवाली के मौके पर बेटी के रूप में लक्ष्मी आई हैं। उनके घर बेटी ने जन्म लिया है वह उसके परिवार काफी खुश है। उन्होंने कहा कि दीवाली वाले दिन उसके घर में कन्या के रूप में साक्षात लक्ष्मी आई है। आज के युग में लड़के व लड़की में कोई अंतर नहीं है। हालांकि अब समाज में लड़का-लड़की में कोई ज्यादा फर्क नहीं रहा है और लोगों की भी मानसिकता काफी बदल चुकी है। इसी तरह अस्पताल में दाखिल उत्तर प्रदेश की रहने वाली निर्मला देवी पत्नी सुरेश कुमार व राजस्थान की रहने वाली गगनदीप कौर पत्नी साहिब सिंह, बठिडा निवासी मनप्रीत कौर पत्नी लखबीर सिंह, मोहनी पत्नी दीपू ने भी बेटी को जन्म दिया है। इनके घर पैदा हुआ बेटा इसी तरह सिविल अस्पताल में दाखिल चरणजीत कौर पत्नी जियोण सिंह ने बेटे को जन्म दिया, जबकि सीमा पत्नी धर्मेद्र सिंह, कांता पत्नी पवन कुमार, आरती पत्नी स्वर्ण सिंह व जसवीर कौर पत्नी मनदीप खां ने बेटों को जन्म दिया है।