'स्वर्णिम विजय वर्ष' पर भूतपूर्व वीर सैनिकों का सम्मान
1971 में भारतीय सेना की पाकिस्तान सेना पर ऐतिहासिक जीत ने एक नए राष्ट्र बांग्लादेश का निर्माण किया।
जासं,बठिडा: 1971 में भारतीय सेना की पाकिस्तान सेना पर ऐतिहासिक जीत ने एक नए राष्ट्र बांग्लादेश का निर्माण किया। यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद का सबसे बड़ा सैन्य आत्मसमर्पण था। इसके चलते स्वर्णिम जंयती के स्मरणोत्सव के लिए हमारे राष्ट्र में 'स्वर्णिम विजय वर्ष' मनाया जा रहा है। इसी उपलक्ष्य में भारतीय सेना द्वारा समस्त भारत में 16 दिसंबर 2020 से 16 दिसंबर 2021 तक देश के विभिन्न जगहों पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें युद्ध के भूतपूर्व सैनिकों और वीर नारियों को सम्मानित किया जा रहा है। इसी क्रम में सोमवार को बठिडा सैनिक छावनी में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
चेतक कोर की ओर से मानसा में 'स्वर्णिम विजय वर्ष' समारोह के तहत एक पारस्परिक विचार-विमर्श व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें शहीदों को श्रद्धांजलि व भूतपूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया। समारोह में 'विजय ज्योति' का स्वागत, भूतपूर्व सैनिकों, वीर नारियों और शहीदों के परिजनों का स्वागत व सम्मान किया गया। चेतक कोर के जनरल अफसर कमांडिग की ओर से कमांडर एयर डिफेंस ब्रिगेड ने 98 भूतपूर्व सैनिकों, 19 वीर नारियों और मानसा के शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। विधायक और जिला कलेक्टर भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। संस्था को किया प्रिटर भेंट किया समाजसेवी संस्था साथी वेलफेयर सोसायटी को गोयल अस्पताल व ब्लड बैंक संचालक डा. अशोक गोयल ने प्रिटर भेंट किया। अध्यक्ष जतिदर गोगिया, सचिव रविकांत अरोड़ा,कोषाध्यक्ष राजेश अरोड़ा व अन्य सोसायटी सदस्यों ने डा.अशोक गोयल का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उनकी संस्था जिले में जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हमेशा आगे रहती है।