Move to Jagran APP

बठिडा में बनेगा ईवीएम वेयरहाउस, 2.36 करोड़ रुपये का लगाया टेंडर

ईवीएम को अब मिनी सचिवालय में न स्टोर कर अलग से एक वेयर हाउस में स्टोर किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Oct 2020 04:17 PM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 05:10 AM (IST)
बठिडा में बनेगा ईवीएम वेयरहाउस, 2.36 करोड़ रुपये का लगाया टेंडर
बठिडा में बनेगा ईवीएम वेयरहाउस, 2.36 करोड़ रुपये का लगाया टेंडर

साहिल गर्ग, बठिडा : चुनावों के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली ईवीएम को अब मिनी सचिवालय में न स्टोर कर अलग से एक वेयर हाउस में स्टोर किया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से रोजगार भवन के पास खाली पड़ी जगह पर ईवीएम वेयर हाऊस का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए 2.36 करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार कर टेंडर निकाल दिया है। हालांकि ईवीएम वेयर हाउस के लिए इमारत के निर्माण का काम पीडब्ल्यूडी की प्रोविशिएल डिविजन की ओर से किया जाएगा। जबकि ईवीएम वेयर हाउस का निर्माण होने के बाद चुनावों के समय ईवीएम मशीनों की होने वाली ट्रेनिग भी जिला प्रबंधकीय काम्पलेक्स में होने की बजाए वहीं पर होगी। इसके साथ स्टाफ को भी सुविधा मिलेगी, वहीं अधिकारियों की भी चिताएं कम होंगी। दूसरी तरफ चुनाव तहसीलदार बठिडा भारत भूषण बांसल का कहना है कि ईवीएम वेयर हाऊस बनने के लिए मशीनों को स्टोर करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। इसलिए वेयरहाउस बनाने की पड़ी जरूरत बठिडा में ईवीएम वेयरहाउस बनाने की जरूरत सिर्फ जगह का अभाव होने के कारण पड़ी। इस समय ईवीएम को जिला प्रबंधकीय परिसर के स्टोर रूम में रखा जाता है। जबकि वहां पर तक मशीनों को पहुंचाने के लिए ट्रक नहीं पहुंच पाता था। बठिडा में जब भी चुनाव होते थे तो बेंगलुरु से आने वाले ईवीएम का बड़ा ट्राला जिला प्रबंधकीय परिसर में रास्ता छोटा होने के कारण नहीं जा पाता था। इसके चलते ट्राले को सर्किट हाऊस के पास खड़ा कर आगे छोटे वाहनों से ईवीएम को जिला प्रबंधकीय परिसर पहुंचाया जाता था। इसके लिए लेबर और समय दोनों ही ज्यादा लगते थे। इसको देखते हुए बठिडा में नया इवीएम वेयरहाउस बनाने का प्रपोजल तैयार किया गया।

loksabha election banner

इस समय स्टोर की

जाएंगी छह हजार मशीनें

बठिडा में बनाए जाने वाले इवीएम वेयरहाउस में फिलहाल छह हजार मशीनों को स्टोर किया जाएगा। इसके साथ वीवीपैट व कंट्रोल यूनिट भी होगा। इसके लिए रैक तैयार किए जाएंगे और एक रैक में 100 मशीनें स्टोर हो सकेंगी। इसके तहत यहां पर 100 से ज्यादा रैक तैयार किए जाएंगे। वहीं बठिडा जिले में 1129 बूथ हैं और एक बूथ की दो मशीनों के हिसाब से यहां पर तैयारी की जाएगी। जबकि अधिकारियों का कहना है कि आने वाले 50 वर्षों तक बठिडा तक बठिडा में 1300 से ज्यादा बूथ नहीं हो सकते। मगर फिर भी उनके द्वारा यहां पर ज्यादा मशीनों को रखने के लिए तैयारी की जाएगी। इसके अलावा बूथों की मशीनों तो होंगी ही, साथ में अन्य मशीनों को भी जरूरत के हिसाब से स्टोर किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.