डायबिटीज वाले हर कोरोना पाजिटिव रखें डाइट का ध्यान
कोविड-19 महामारी का काफी असर डायबिटीज मरीजों पर भी हो रहा है।
जासं, बठिडा : कोविड-19 महामारी का काफी असर डायबिटीज मरीजों पर भी हो रहा है। कोरोना के कारण दम तोड़ने वाले मरीजों में 25 से 30 फीसद मरीज पहले से डायबिटीज बीमारी से पीड़ित थे। इसके कारण उनकी इम्युनिटी सिस्टम भी कमजोर हो रहा गया था। ऐसे में सेहत विभाग की तरफ से डायबिटीज होने के साथ कोविड पाजिटिव मरीजों के लिए विशेष गाइडलाइंस जारी की हैं, ताकि कोविड पाजिटिव आने पर उक्त मरीजों का सही ढंग से इलाज हो सके। इसके तहत सेहत विभाग द्वारा डायबिटीज वाले हर कोरोना पाजिटिव मरीज को सबसे पहले डायबिटीक डाइट देने की सलाह सेहत विभाग की तरफ से दी गई है, ताकि उसका इम्युनिटी सिस्टम कमजोर ना पड़े और उसे समय-समय पर खाना मिलता रहे। सेहत विभाग की तरफ से जारी गाइडलाइंस में डायबिटीक मरीज के लिए समय पर डाइट दिए जाने के अलावा खाने की मात्रा भी निर्धारित की गई है, ताकि मरीज को समय अनुसार को डाइट मिलती रहे। वहीं अस्पताल में दाखिल होने वाले कोरोना के साथ-साथ डायबिटीज के मरीज का विशेष ध्यान रखने के अलावा उसे डाइट अनुसार खाना देने की हिदायत सेहत विभाग की तरफ से दी गई है।
हर मरीज का शुगर टेस्ट करना जरूरी हर मरीज के एडमिट होने पर उसका शुगर का टेस्ट किया जाना जरूरी है। एक खाने से पहले और दूसरा खाने के बाद का टेस्ट किया जाना चाहिए। खाने से पहले मरीज का शुगर लेवल 140 एमजी-डीएल से और खाने के बाद 180 एमजी-डीएल से कम होना जरूरी है। इस स्तर पर होने वाली शुगर में मरीज को हेल्दी डाइट बताई जाएगी। अगर खाने से पहले 140 एमजी-डीएल से ज्यादा और खाने के बाद 180 एमजी-डीएल से ज्यादा लेवल आता है तो केपिलरी ब्लड ग्लूकोज(सीबीजी) अगले 24 घंटों बाद की जाएगी। इसके अलावा नाश्ते के पहले और बाद में व रात के खाने के पहले और बाद में ही लेवल चेक किया जाएगा। लेवल में बदलाव होने पर चार्ट डाक्टर की मदद से तैयार किया जाएगा और उसी के मुताबिक मरीज को दिया जाएगा।