जिले में शांतिपूर्ण चुनाव नए डीसी व एसएसपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती
डीसी के तौर पर विनीत कुमार एसएसपी के तौर पर अमनीत कौंडल अपनी सेवाएं देंगे।
जागरण संवाददाता, बठिडा: राज्य चुनाव आयोग की तरफ से बठिडा के डीसी व एसएसपी को बदला दिया गया है। डीसी के तौर पर विनीत कुमार, एसएसपी के तौर पर अमनीत कौंडल अपनी सेवाएं देंगे। विधानसभा चुनाव के दौरान बदले गए दोनों नए अधिकारियों के लिए जिले में शांतिपूर्वक चुनाव करवाना एक चैलेंज ही होगा।
इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि बठिडा जिले में अकालियों व कांग्रेसियों का आपस में काफी विरोध रहा है। यहां पर बीते दिनों सोलर सिस्टम बांटने को लेकर शिअद व कांग्रेसी भी आमने-सामने हो गए थे। वहीं राज्य के वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल भी बठिडा से ही संबंधित हैं तो उनका भी मुलाजिम संगठनों की ओर से विरोध किया जा रहा है। इसके अलावा बठिडा एक ऐसा जिला है, जहां पर किसान यूनियनें भी काफी स्ट्रांग हैं। बेशक अभी चुनाव आचार संहिता लग चुकी है, लेकिन इसके बाद भी नरमा की फसल का मुआवजा लेने व किसानों पर दर्ज किए केसों को रद करवाने के लिए धरने लगाए जा रहे हैं। इसके तहत बीते तीन दिन से कभी डीसी दफ्तर तो कभी तहसील दफ्तरों का घेराव किया जा रहा है। ऐसे में यह चुनाव करवाना दोनों ही अधिकारियों के लिए एक चैलेंज ही साबित होगा।
बठिडा में लगाए गए नए डीसी विनीत कुमार तलवंडी साबो में एसडीएम रह चुके हैं। इसके चलते वह इस एरिया को कुछ जानते भी हैं। मगर एसएसपी अमनीत कौंडल के लिए यह जिला पूरी तरह से नया है। बठिडा में रामपुरा फूल व तलवंडी साबो दो ऐसे हलके हैं, जहां पर हर चुनाव, चाहे वह पंचायती चुनाव हो या फिर लोकसभा के चुनाव, में किसी न किसी बात को लेकर दो पक्षों में विवाद होता ही है, लेकिन इस बार तो यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण है। वहीं प्रशासन की ओर से बीते सालों में हुए चुनावों के दौरान 25 के करीब कंपनियों को बुलाया जाता था, लेकिन इस बार के चुनाव में 35 कंपनियों को बुलाया गया है। चुनाव आयोग की हिदायतों के अनुसार जिले में बेशक कोई भी संवेदनशील बूथ तो नहीं घोषित किया गया, लेकिन चुनावों को सही ढंग से पूरा करवाने के लिए ज्यादा कंपनियां जरूर बुलाई गई हैं।