कोठा गुरु की प्रधानगी को लेकर विवाद, छह पार्षदों का वाकआउट
रामपुरा फूल विधानसभा हलका के अधीन कोठा गुरु नगर पंचायत के प्रधान को लेकर वीरवार दोपहर को विवाद पैदा हो गया।
जागरण संवाददाता, बठिडा: रामपुरा फूल विधानसभा हलका के अधीन कोठा गुरु नगर पंचायत के प्रधान को लेकर वीरवार दोपहर को विवाद पैदा हो गया। दरअसल, कैबिनेट मंत्री व क्षेत्र के विधायक गुरप्रीत सिंह कांगड़ कुछ समय पहले अकाली दल छोड़कर आए मेवा सिंह को प्रधान बनाना चाहते थे। इस पर टकसाली कांग्रेसी एकजुट हो गए, जिनकी संख्या छह है।
11 पार्षदों में से छह के विरोध जताने पर विधायक कांगड़ ने इन लोगों को भगता भाईका में अपने पास बुलाया और विश्वास दिलाया कि उनके गुट की ही जसविदर कौर को प्रधान बनाया जाएगा। इस उपरांत कोठा गुरु में चुनावी सभा हुई। जिसमें जसविदर कौर को हार पहना दिया गया। प्रधान भी घोषित कर दिया, लेकिन बाद में जसविदर कौर को वाइस प्रधान घोषित कर दिया और मेवा सिंह को प्रधान। इस पर जसविदर कौर गुट के सभी छह पार्षद नाराज हो गए हो गए और वाकआउट करके बाहर आ गए। साथ ही जसविदर कौर ने अपने वाइस प्रधान के पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया।
सभी छह पार्षद शाम को बठिडा के सर्किट हाउस में पहुंचे और कैबिनेट मंत्री गुरप्रीत कांगड़ पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे टकसाली कांग्रेसी हैं। उन्होंने कैबिनेट मंत्री को पहले ही कह दिया था कि वह अपने टकसाली कांग्रेसियों में से किसी को भी प्रधान बना सकते हैं, लेकिन अकाली दल छोड़कर आए मेवा सिंह प्रधान के तौर पर मंजूर नहीं है। भगता भाईका में उनकी बात मानने के बावजूद बैठक में मेवा सिंह को प्रधान थोप दिया, जोकि उन्हें नामंजूर है। इस मौके पर जत्थेदार हाकम सिंह,जगजीत सिंह, रणजीत सिंह के अलावा जसविदर कौर भी मौजूद थीं। हाकम सिंह ने बताया कि उनके साथ जसविदर कौर के अलावा अवतार सिंह, गुरजीत सिंह काका, अमृतपाल सिंह, सुखजीत कौर और चरणजीत कौर पार्षद शामिल हैं।