नथाना में वीकेंड कर्फ्यू के खिलाफ प्रदर्शन
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बस स्टैंड और थाना नथाना आगे धरना दिया गया।
संवाद सूत्र, नथाना: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बस स्टैंड और थाना नथाना आगे धरना दिया गया, जिसमें अलग-अलग किसान, मजदूर, दुकानदार जत्थेबंदियों ने हिस्सा लिया। इस मौके भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के ब्लाक प्रधान होशियार सिंह, लख्वीर सिंह, अवतार सिंह, बलजीत सिंह, गुरजंट सिंह, नौजवान भारत सभा के नेता बलकरण सिंह, जसवीर सिंह, ज्वाहर सिंह, अंग्रेज सिंह, गुरमुख सिंह, जगजीत सिंह ने संबोधित किया। उधर, कोरोना के बढ़ते केसों के मद्देनजर राज्य सरकार की ओर से शनिवार और रविवार को लगाए गए वीकेंड लाकडाउन के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा से संबंधित विभिन्न किसान संगठनों ने शनिवार दोपहर शहर के तमाम बाजारों में मार्च निकाला। इस दौरान उन्होंने दुकानदारों से दुकानें की खोलने की अपील कीं, लेकिन उनकी तमाम अपीलों के बावजूद दुकानदारों ने उनका समर्थन नहीं किया और अपनी दुकानें बंद रखीं। किसानों के मार्च के दौरान उनके साथ एसपी जसपाल सिंह के नेतृत्व में बड़ी गिनती में पुलिस कर्मचारी भी चल रहे थे। इस दौरान वे किसानों की दुकानें खोलने की अपीलों और दुकानदारों से बातचीत की पूरी वीडियोग्राफी करते रहे। किसानों को मार्च से रोकने की कोशिश भी नहीं की।
करीब एक बजे किसान मिनी सचिवालय के सामने स्थित धरनास्थल से शहर में मार्च के लिए रवाना हुए। जीटी रोड होते हुए माल रोड, गोल डिग्गी, अस्पताल बाजार, सिरकी बाजार, दाना मंडी होते हुए वापस धरनास्थल पर पहुंचे। इस दौरान तमाम बाजार बंद मिले। किसी-किसी बाजार में अपनी दुकान के पास खड़े दुकानदारों से उन्होंने दुकानें खोलने के लिए कहा, लेकिन सबने उनकी बात को अनसुना कर दिया। सिरकी बाजार में खालसा स्कूल के नजदीक एक मिठाई शाप के मालिक ने किसानों का साथ देने की बात कहते हुए दुकान खोलने की बात तो कही, लेकिन बाद में वह भी चाबी लेकर आने की बात कहकर चला गया। अनाज मंडी में भी उन्होंने आढ़तियों से दुकानें खुलवाने के प्रयास किया, परंतु विफल रहे। इस दौरान भाकियू (एकत सिद्धूपुर) के प्रधान बलदेव सिंह संदोहा ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना से बचाव के लिए सेहत सुविधाएं उपलब्ध कराने में बुरी तरह से नाकाम होने के कारण कर्फ्यू लगाकर बाजार बंद करवा रही है। राज्य सरकार का यह फैसला गलत है और वह इसका कड़ा विरोध करते हैं। इसीलिए दुकानदारों से दुकानें खोलने की अपील कर रहे हैं। वे बाजार खुलवाकर रहेंगे। बेशक पुलिस उनके खिलाफ पर्चे क्यों न दर्ज कर ले।