पेंशनें बहाल करने की मांग को लेकर दिया धरना
डीसी दफ्तर के सामने धरना देकर रोष प्रदर्शन किया।
जासं, बठिडा : देहाती मजदूर सभा तथा मजदूर एकता संघर्ष यूनियन की तरफ से शुक्रवार को डीसी दफ्तर के सामने धरना देकर रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला प्रशासन तथा राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रकाश सिंह नंदगढ़ तथा बीबी दर्शना कौर की अगुआई में हुए इस प्रदर्शन दौरान मजदूरों ने मांग की कि पंजाब सरकार की गरीब विरोधी नीति के तहत योग्य लाभार्थियों की काटी गई बुढ़ापा, विधवा, दिव्यांग तथा आश्रित पेंशन को फौरी तौर पर बहाल किया जाए तथा तर्क रहित पेंशन कटौती बंद की जाए। यह भी मांग की गई कि पेंशनों की रकम कम से कम 3000 रुपये प्रति महीना की जाए तथा निर्विघ्न हर महीने इसकी अदायगी की जाए। प्रदर्शनकारियों की ओर से अधिकारियों के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह को मांग पत्र भी भेजा गया। जिसमें बेजमीने, साधन विहीन ग्रामीण तथा शहरी मजदूरों के समूचे कर्ज माफ किए जाएं, गरीब परिवार को बिजली मुकम्मल मुफ्त दी जाए, पिछले बिलों के बकायों पर लीक मारी जाए, मनरेगा मजदूरों को पूरे परिवार को पूरा साल 700 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से दिहाड़ी समेत काम दिया जाए, बाकी सभी को भी रोजगार की गारंटी दी जाए, शिक्षा तथा सेहत सेवाओं का सरकारीकरण करते हुए हर व्यक्ति को मुकम्मल मुफ्त इलाज तथा मुफ्त शिक्षा की गारंटी दी जाए। इस दौरान लोगों से 25 सितंबर को किसान जत्थेबंदियों की ओर से किए जा रहे पंजाब बंद के आह्वान की पूर्ण हिमायत करने का प्रस्ताव भी सर्वसम्मति के साथ पास किया गया। देहाती मजदूर सभा के प्रांतीय वित्त सचिव साथी महिपाल ने ऐलान किया कि अगर उक्त मांगों के प्रति सरकार ने कोई सकारात्मक रवैया अख्तियार नहीं किया तो आने वाले समय में संघर्ष को और तीखा किया जाएगा। इस मौके गुरमीत सिंह जय सिंह वाला, काला सिंह तथा जम्हूरि किसान सभा के महासचिव साथी दर्शन सिंह ने भी विचार रखे।
पावरकॉम के चीफ इंजीनियर को सौंपा ज्ञापन
देहाती मजदूर सभा, पंजाब खेत मजदूर यूनियन, क्रांतिकारी पेंडू मजदूर यूनियन के नेताओं साथी महिपाल, प्रकाश सिंह नंदगढ़, बलवंत सिंह, मनदीप सिंह सिवियां, बिट्टू सिंह सिविया तथा हरजीत सिंह ने शुक्रवार को पावरकॉम के चीफ इंजीनियर को एक मांग पत्र भी सौंपा गया। जिसके जरिए शहरी तथा ग्रामीण मजदूर परिवारों को भेजे गए भारी भरकम बिजली के बिल रद्द करने तथा उन्हें मुफ्त बिजली देने की मांग भी की।