सरकारी नहीं, यह है संस्थाओं का कोविड केयर सेटर
इस समय पंजाब के विभिन्न शहरों के अलावा राजस्थान के मरीज भी इलाज करवा रहे हैं।
साहिल गर्ग, बठिडा
लेवल-2 के कोरोना मरीजों का इलाज करने के लिए बठिडा शहर की समाजसेवी संस्थाओं की ओर से मेरिटोरियस स्कूल में कोविड केयर सेंटर बनाया गया है, जहां पर इस समय पंजाब के विभिन्न शहरों के अलावा राजस्थान के मरीज भी इलाज करवा रहे हैं। कोरोना सेंटर में चार दिन में 24 मरीज दाखिल हुए, जबकि यहां पर सिर्फ उन्हीं मरीजों को दाखिल किया जा रहा है, जिनका आक्सीजन लेवल 80 तक पहुंच गया है। यहां सभी मरीजों का निश्शुल्क इलाज किया जा रहा है।
कोरोना सेंटर में जब कोई पाजिटिव मरीज पहुंचता है तो पहले गेट पर उसका चेकअप किया जाता है। इसके बाद उसका ब्लड सैंपल लेकर टेस्ट के लिए भेजा जाता है, जिसकी रिपोर्ट आने पर मरीज को सेंटर में दाखिल किया जाता है। यहां पर पहले उसका आक्सीजन लेवल चेक किया जाता है, अगर मरीज का आक्सीजन लेवल 80 से ज्यादा नहीं होता तो उसको सेंटर में दाखिल किया जाता है। मरीजों को यहां पर आक्सीजन के अलावा सुबह से लेकर रात तक चाय, नाश्ता व खाना बिलकुल मुफ्त दिया जाता है। इसके अलावा मरीज के साथ आने वाले दो अटेंडेंट के रहने का भी प्रबंध किया गया है, जिनको भी संस्थाओं की तरफ से ही खाना मुहैया करवाया जाता है। एल-2 के 50 बेड, आक्सीजन भी दी जाती है निश्शुल्क
इस सेंटर में कुल 50 बेड बनाए गए हैं, जिनमें से अभी 24 बेड पर मरीजों का इलाज चल रहा है। आने वाले समय में इसको 100 बेड का करने का टारगेट है। वहीं मरीजों को आक्सीजन देने के लिए सेंटर में आक्सीजन कंसट्रेटर भी हैं। इसकी एक खास बात यह है कि कोरोना सेंटर में दाखिल होने वाले मरीजों से एक पैसा भी नहीं लिया जाता है। दूसरी तरफ अगर लेवल-2 के मरीज को प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाया जाए तो वहां पर उसका हर रोज का 15 हजार रुपये के करीब का खर्च है। वहीं अस्पताल में मरीजों को फल व नारियल पानी भी दिए जा रहे हैं जबकि समाजसेवी संस्थाएं सेंटर की सफाई, हाऊस कीपिग, अकाउंट्स का काम व बैंक खाता, फूड कमेटी, टेस्टों का प्रबंध, बायोमेडिकल टेस्ट, स्कूल के गेट पर मरीजों को गाइड करने जैसे काम निभा रही हैं।
तीन शिफ्टों में छह एमबीबीएस डाक्टर कर रहे ड्यूटी
कोरोना सेंटर में मरीजों की देखभाल करने के लिए छह एमबीबीएस डाक्टरों की टीम तीन शिफ्टों में काम कर रही है। इनमें डा. मिनी, डा. देवांश, डा. मनजीत, डा. फलक, डा. लवकांत व डा. सुरिदर शामिल हैं। इसके अलावा अस्पताल में डाक्टरों के साथ पैरा मेडिकल स्टाफ, स्टाफ नर्स को भी लगाया गया है। डाक्टरों की सुबह से लेकर रात तक की ड्यूटी का रोस्टर 31 मई तक के लिए तैयार किया गया है। इसी प्रकार अस्पताल में 7 हाऊस कीपिग स्टाफ भी लगाया गया है। ये नौ सोसायटियां दिन रात कर रहीं सेवा कोरोना सेंटर को चलाने के लिए जिले की नौ सोसायटियों की सुबह से लेकर रात तक ड्यूटियां लगाई गई हैं, जिनके द्वारा विभिन्न कमेटियों को सौंपे गए काम करवाने के लिए उनके साथ तालमेल किया जा रहा है। इनमें सहयोग वेलफेयर सोसायटी, लाइफ सेविग हेल्थ केयर सोसासटी व श्री गणेश वेलफेयर सोसायटी सुबह 6 से दोपहर 1 बजे तक काम करती है तो समर्पण वेलफेयर सोसायटी, साथी वेलफेयर सोसायटी व श्री शिव शक्ति वेलफेयर सोसायटी दोपहर 1 से रात 8 बजे तक काम करती है। जबकि आदर्श वेलफेयर सोसायटी, चंदसर नगर सेवा सोसायटी व यंग ब्लड क्लब द्वारा रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक काम किया जाता है। सेटर में सोसायटियां निभा रहीं ये काम एंबुलेंस व मरीजों संबंधी सूचना..
- सहयोग वेलफेयर क्लब के गुरविदर शर्मा, आसरा वेलफेयर सोसायटी के रमेश मेहता, आदर्शन वेलफेयर सोसायटी के मनीश पांधी व अनिल भोला द्वारा मरीजों के लिए एंबुलेंस को मुहैया करवाया जाएगा। अगर किसी मरीज को लेवल-2 से लेवल-3 में शिफ्ट करना है तो इनका काम होगा। यहां पर हर समय पांच एंबुलेंस तैनात रहेंगी। दवा का प्रबंध..
- आर्ट आफ लिविग के संजीव गर्ग, गंगेश्वर बांसल, द्रवजीत ठाकुर, अनिल भोला व योगेश कुमार मरीजों के लिए दवाइयों का प्रबंध करेन के अलावा स्ट्रेचर, व्हील चेयर, सैनिटाइजर, मास्क का प्रबंध करेंगे।
रोजाना की रिपोर्ट..
- संदी बाबी, यंग ब्लड क्लब के गोपाल राना व जोरावर सिंह सेंटर में भर्ती किए जाने वाले मरीजों की रिपोर्ट प्रशासन को देंगे। आक्सीजन..
- समर्पण वेलफेयर सोसायटी के मुकेश मोंटी, अनिल भोला, यंग ब्लड क्लब के गोपाल राना, आदर्श वेलफेयर सोसायटी के मनीश पांधी व सहयोग वेलफेयर क्लब के गुरविंदर शर्मा गांव सिवियां के प्लांट से आक्सीजन सिलेंडर को भरवा कर सेंटर में पहुंचाएंगे।