अपने इकलौते बेटे, बहू व पोती के अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाए चंद्र प्रकाश व उनकी पत्नी
मानसा जिले के गांव कोटड़ा कलां के पास हुए एक सड़क हादसे में उनके 30 वर्षीय इकलौते बेटे गौरव बहू प्रियंका और दस माह की पोती गाबिया की मौत हो गई।
जासं,बठिडा: बठिडा के गणपति इनक्लेव कालोनी में रहने वाले एक व्यापारी चंद्र प्रकाश के घर की खुशियां उस समय मातम में बदल गई, जब शनिवार सुबह मानसा जिले के गांव कोटड़ा कलां के पास हुए एक सड़क हादसे में उनके 30 वर्षीय इकलौते बेटे गौरव, बहू प्रियंका और दस माह की पोती गाबिया की मौत हो गई, जबकि इस हादसे में व्यापारी चंद्र प्रकाश और उनकी पत्नी आशा रानी भी गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को बठिडा के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बताया जा रहा है आशा रानी की हालत काफी गंभीर है। बठिडा की दाना मंडी में आढ़त और होलसेल किरयाने का काम करने वाले प्रकाश चंद शनिवार सुबह अपने पत्नी, बेटे, बहू और पोती के साथ कार में सवार होकर सुनाम में रहने वाले एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने के लिए जा रहे थे। खुशी-खुशी अपने हंसते खेलते परिवार के साथ घर से निकाले प्रकाश चंद को क्या पता था कि यह खुशियां चंद मिनटों की मोहताज हैं। अगले ही पल उनके घर पर मातम छायने वाला है। परिवार के इकलौते बेटे, बहू और पोती की मौत के बाद पूरी गणपति इनक्लेव कालोनी में मातम छाय गया। शनिवार को गौरव कुमार, उसकी पत्नी प्रियका व पुत्री गाबिया के शव पोस्टमार्टम करवाकर दोपहर बठिडा लाए गए, जहां पर एक साथ तीनों शवों का अंतिम संस्कार किया गया। दुख की बात यह रही कि मृतक बेटे, बहू और पोती की चिता को अग्नि तक नहीं दे पाए, क्योंकि उसके पिता व मां दोनों ही अस्पताल में भर्ती हैं। दो बहनों का इकलौता भाई था गौरव अपने पिता प्रकाश चंद के साथ आढ़त का काम करने वाला 30 वर्षीय गौरव कुमार अपने परिवार में इकलौता बेटा था, जबकि उसकी दो बहनें हैं। इसमें एक बड़ी बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है, जबकि दूसरी बहन गौरव से छोटी थी। गौरव की दो साल पहले ही शादी हुई थी और उसकी दस माह की एक बेटी थी। पड़ोसियों का कहना है कि पूरा परिवार का अच्छा सभव था।गौरव व उसके पिता मिलन सारे आदमी थी।