रिटायर्ड निगम अधिकारी से छुड़वाई वक्फ बोर्ड जमीन, तीन हिरासत में
विधायक मनप्रीत सिंह बादल सहित जिला प्रशासन और नगर निगम के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।
सुभाष चंद्र, बठिडा : राइजिग मेन का निर्माण और खस्ताहाल स्लज कैरियर की मरम्मत भी न होने के चलते इस बार मानसून के दौरान बारिश के पानी की निकासी राज्य के वित्तमंत्री और क्षेत्र के विधायक मनप्रीत सिंह बादल सहित जिला प्रशासन और नगर निगम के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। जनवरी में बारिश के पानी की निकासी के लिए शहर में खाली स्थानों की तलाश कर उन्हें खरीदने या लीज पर लेने की बनाई गई योजना के तहत हाल ही में लीज पर ली गई एकमात्र वक्फ बोर्ड की कचरा प्लांट के नजदीक स्थित करीब दस एकड़ जमीन का कब्जा लेने के लिए शुक्रवार को प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। आखिरकार जिला प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस फोर्स को साथ लेकर इस जमीन का कब्जा हासिल किया। इस कब्जे के साथ ही नगर निगम को बारिश में पानी की निकासी की काफी राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। दिलचस्प बात देखिये, वक्फ बोर्ड की इस दस एकड़ जमीन का कब्जा भी पिछले करीब 40 साल से नगर निगम से सेवानिवृत्त तहबाजारी शाखा के इंस्पेक्टर रविदर सिंह चीमा और उसके परिवार के सदस्यों के पास ही था। पुलिस ने महिला समेत तीन
लोगों को हिरासत में लिया
शुक्रवार की शाम को एसडीएम अमरिदर सिंह टिवाणा की अगुआई में तहसीलदार सुखबीर सिंह बराड़, एसपी जसपाल सिंह, डीएसपी आसवंत सिंह बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ उक्त जमीन पर पहुंचे और पहुंचते ही उसमें खड़ी फसल को जेसीबी और ट्रैक्टर के साथ नष्ट करने का काम शुरू किया। इस जमीन का कब्जा सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर रविदर सिंह चीमा, उसके भाई परमपाल सिंह तथा भतीजे करनदीप सिंह के पास था। कब्जे की कार्रवाई शुरू होने के दौरान वहां पर मौजूद रविदर चीमा की पत्नी बलजीत कौर सहित अन्य लोगों ने कड़ा विरोध जताया तो पुलिस ने हिरासत में लेकर वर्धमान पुलिस चौकी भेज दिया। इसके बाद दो घंटों में ही प्रशासन ने फसल नष्ट करके और चारों और तार लगाकर जमीन का कब्जा अपने हाथ में ले लिया। वक्फ बोर्ड से निगम ने जमीन लीज पर ली : एसडीएम अमरिंदर टिवाणा एसडीएम अमरिदर सिंह टिवाणा ने कहा कि यह जमीन नगर निगम की ओर से अभी बारिश के पानी की निकासी के लिए वक्फ बोर्ड से लीज पर ली है। रविदर चीमा सहित अन्य कब्जाधारी वर्ष 2014 से इस जमीन की वक्फ बोर्ड को लीज नहीं भर रहे थे। इसीलिए ही वक्फ बोर्ड ने यह जमीन निगम को आगे लीज पर दी है। वक्फ बोर्ड के खिलाफ कोर्ट
में चल रहा है केस
रविदर सिंह चीमा ने कहा कि उनका इस जमीन को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है। इस केस की अगली सुनवाई आठ जून को है। एक सप्ताह पहले भी जब प्रशासन यहां कब्जा लेने के लिए पहुंचा था तो उन्होंने इस केस के बारे में अधिकारियों को जानकारी दी थी। लेकिन इसके बावजूद अधिकारियों ने उनके साथ धक्केशाही की है। उनकी पत्नी बलजीत कौर सहित दो नौकरों गुरसेवक सिंह व हरदीप सिंह को हिरासत में ले लिया। उनकी फसल भी नष्ट कर दी है। वह कोर्ट ऑफ कंटेप्ट का केस डालेंगे। बारिश के पानी की निकासी
की यह है योजना मानसून के दौरान बारिश के पानी से पिछले कई सालों से शहर डूब रहा है। पिछली मॉनसून के दौरान भी शहर के डूबने पर राज्य सरकार तक की खूब किरकिरी हुई थी। मुख्यमंत्री कार्यालय तक के अधिकारियों ने बठिडा पहुंचकर अगली मॉनसून तक पुख्ता प्रबंध करने, राइजिग मेन का निर्माण और स्लज कैरियर की मरम्मत करने के कड़े निर्देश दिए थे। लेकिन न तो राइजिग मेन बनी और न ही स्लज कैरियर की मरम्मत हो पाई। आखिर शहर में आठ-दस स्थानों पर खाली जगहें लेकर पानी निकासी की योजना बनाई गई। लेकिन निगम को अभी तक एकमात्र यही जगह मिल पाई है। नगर निगम के एसई किशोर बांसल ने बताया कि इस जगह से 50 फीसद मसला हल हो जाएगा। जहां पहले बारिश का पानी दस घंटे में निकलता था, अब पांच घंटों में निकल जाएगा।