निगम अफसरों ने अकाली नेताओं को नहीं दिखाया वार्डबंदी का नक्शा, हुआ विरोध
नगर निगम के चुनाव नजदीक आते ही अकाली व कांग्रेस के बीच कंट्रोवर्सी शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता, बठिडा : नगर निगम के चुनाव नजदीक आते ही अकाली व कांग्रेस के बीच कंट्रोवर्सी शुरू हो गई है। अकाली नेता नगर निगम के अधिकारियों पर कांग्रेस के दबाव में काम करने का आरोप लगा रहे हैं तो अधिकारी इसको नियमों के अनुसार काम करने की बात कर रहे हैं। असल में बठिडा नगर निगम के चुनावों को लेकर वार्ड बंदी हो चुकी है, जिसका नक्शा भी बनकर तैयार हो हो गया है। इस नक्शे को देखने के लिए अकाली दल के नेता पूर्व विधायक सरूप चंद सिगला की अगुआई में नगर निगम कमिश्नर के दफ्तर को मिलने। वहां पर कमिश्नर ने उनको नक्शा हेड आफिस में होने बात बोलकर दिखाने से मना कर दिया। इस बात से गुस्साए अकाली नेताओं ने अधिकारियों पर कई प्रकार के आरोप भी लगाए।
नगर निगम के दफ्तर से बाहर आने के बाद पूर्व विधायक सिगला ने बताया कि 2015 में जब नगर निगम के चुनाव हुए थे। उनकी सरकार की ओर से सभी को नक्शा दिखाया गया था। मगर अब कांग्रेस की ओर से नक्शा दिखाने से परहेज किया जा रहा है। ऐसा कर कांग्रेस नेता चाहते हैं कि वह अपने एरिया में ज्यादा वोट बटोर सकें, मगर अकाली दल के नेता ऐसा नहीं है। जबकि उनके द्वारा लगातार नक्शा लेने के लिए हर वक्त अपील की जाएगी। यहां तक कि अकाली नेताओं ने आरोप लगाया कि नक्शा कमिश्नर दफ्तर में नहीं, बल्कि कांग्रेस के दफ्तर में जरूर पड़ा है।
दूसरी तरफ नगर निगम के कमिश्नर बिक्रमजीत सिंह शेरगिल ने बताया कि नक्शा बनाकर हेड आफिस को भेज दिया गया है। जबकि यह नक्शा बहुत बड़ा होता है, जो हर जगह पर नहीं रखा जा सकता। वार्डबंदी का जो रोस्टर होता है वह सभी को दिखाया गया है। मगर कुछ लोग मामले को जानबूझ कर तूल दे रहे हैं, जिसका उनके साथ कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी ओर से हर काम नियमों के अनुसार ही किया जाता है।