आइसोलेशन वार्ड में दाखिल कोरोना मरीज की मौत, स्वजनों ने किया हंगामा
रेडक्रास के डीडीआरसी सेंटर में बनाएं गए आइसोलेशन सेंटर मेंदाखिल 65 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव मरीज की रविवार को मौत हो गई।
जासं,बठिडा : रेडक्रास के डीडीआरसी सेंटर में बनाएं गए आइसोलेशन सेंटर मेंदाखिल 65 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव मरीज की रविवार को मौत हो गई। इसके बाद दोदड़ा जिला मानसा से संबंधित मृतक गुरचरण सिंह निवासी के स्वजनों ने आइसोलेशन सेंटर के बाहर जमकर हंगामा किया और सेहत विभाग के डॉक्टरों पर लापरवाही दिखाने और उन्हें पूरा दिन गुमराह करने के आरोप लगाए। वहीं, जिम्मेवार डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक प्रशासन उनके पिता के मौत के जिम्मेवार डॉक्टर व अन्य स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता है, वह शव का अंतिम संस्कार करने देंगे और सेंटर के बाहर रोष धरना देने की धमकी दी। मृतक के बेटे लवली सिंह ने बताया कि उसके पिता पूर्व सरपंच है, जिन्हें कुछ दिनों से खांसी जुकाम था। बीती शनिवार को सांस में लेने की दिक्कत होने पर उन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल बठिडा लेकर आए थे। जहां उनका कोरोना टेस्ट किया गया और उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई, जिसके बाद उन्हें डीडीआरटी सेंटर में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में रेफर कर दिया गया। शनिवार देर रात करीब पौने एक बजे उसने अपने पिता गुरचरण सिंह कोरोना इलाज के लिए आइसोलेशन सेंटर में भर्ती करवाया था। मृतक के बेटे लवली सिंह ने बताया कि रविवार की सुबह साढ़े सात बजे से 10 बजे के करीब उसकी अपने पिता गुरचरण सिंह के साथ फोन पर दो बार बात हुई। साढ़े सात बजे वह कह रहे थे कि उसकी तबीयत ठीक लग रही है और वह चाय पीने जा रहा है। जिसके बाद वह अपने पिता को मिलने के लिए सेंटर पहुंचा, तो वहां पर तैनात डॉक्टर व स्टाफ ने कहा कि उसके पिता सेंटर से भाग गए है, जबकि उसके पिता चलने में असमर्थ थे। ऐसे में वह सेंटर से अकेले जा नहीं सकते थे। जब उसने भगाने वाली बात को गलत ठहराते हुए गांव की पंचायत को बुलाने की बात कही, तो कुछ समय बाद स्टाफ ने कहां कि उसके पिता सो रहे हैं। इसके बाद करीब दो घंटे तक वह सेंटर के बाहर अपने दोस्तों के साथ खड़े होकर उनके नींद से जागने का इंतजार करता रहा और दोबारा से स्टाफ से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि उसके पिता की मौत हो गई। लवली सिंह ने आरोप लगाया कि सेंटर का डॉक्टर व स्टाफ उन्हें सही जानकारी देने की बजाय उन्हें गुमराह करते रहे, जबकि उसके पिता की मौत डाक्टरों की लापरवाही के कारण हुई है।
लवली सिंह ने आरोप लगाया कि इसके बाद वहां तैनात कर्मी वहां से गायब हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पिता के उपचार में लापरवाही की गई है। इस कारण उनकी मौत हुई है, इसलिए वहां पर तैनात डॉक्टर व स्टाफ पर कार्रवाई की जाए।
वहीं शनिवार देर शाम को बठिडा की बीड़ तलाब बस्ती के रहने वाले कोरोना पॉजिटिव 50 वर्षीय सुलखन सिंह की मौत फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में हो गई है। उन्हें शुगर की बीमारी थी। बीती 13 अगस्त को उन्हें उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां पर कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें उपचार के लिए फरीदकोट मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया था। 22 अगस्त की देर शाम को उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। रविवार को उनके शव को बठिडा लाकर उनका अंतिम संस्कार नौजवान वेलफेयर सोसायटी बठिडा की तरफ से किया गया। कोरोना संदिग्ध मरीज की मौत, रिपोर्ट का इंतजार
रविवार को कोरोना संदिग्ध मरीज की मौत हो गई। आर्य समाज चौंक स्थित गांधी गली निवासी 42 वर्षीय सुनील गर्ग पूर्व कुछ दिनों से बीमार थे और शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। रविवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। जिसके बाद उनका कोरोना टेस्ट लेकर जांच के लिए भेजा गया है, जबकि मृतक के शव का अंतिम संस्कार रविवार को समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसायटी बठिडा के सदस्यों की तरफ से स्थानीय दान मंडी के रामबाग में नायब तहसीलदार कमलजीत बराड़ की अगुवाई में संस्था सदस्यों राजविदर धालीवाल, सुखप्रीत सिंह, कमलजीत सिंह, जसकरन सिंह, जगदीप सिंह, अशोक निर्मल ने पीपीई किट्स डालकर किया गया।
एसएसपी दफ्तर के तीन मुलाजिम कोरोना संक्रमित
रविवार को 12 लोगों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट मिली है। जिसमें तीन एसएसपी बठिडा दफ्तर के कर्मचारी है, जोकि बीते दिनों कोरोना संक्रमित हुए एसएसपी बठिडा भूपिदरजीत सिंह विर्क के संपर्क में आएं थे। तीनों पुलिस कर्मचारियों को आइसोलेट कर दिया गया और उनके संपर्क में आने वाले अन्य लोगों की जानकारी जुटाकर उनके भी सैंपल लिए जा रहे है। इसी तरह पीएनबी बैंक के सर्कल आफिस में काम करने वाले 56 वर्षीय व्यक्ति की रिपोर्ट भी पॉजिटिव मिली है। इसी तरह बल्लुआणा का एक, अमरपुरा बस्ती की गली नंबर पांच का एक, गांव हररायेपुर का एक, बठिडा कैंट का एक, स्पेशल जेल बठिडा से चार कोरोना संक्रमित मिले है।