Move to Jagran APP

चिटफंड कंपनी बनाकर करोड़ों की ठगी, 27 पर केस

मशरूम की खेती के नाम पर चिटफंड कंपनी बनाकर लोगों से करोड़ों रुपये इकट्ठे कर जालसाजी करने व एक व्यापारी को अगवाकर ब्लैकमेल करने व खाली चेक में साइन कर करोड़ों की ठगी करने का मामला सामने आया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Mar 2021 09:56 PM (IST)Updated: Thu, 04 Mar 2021 09:56 PM (IST)
चिटफंड कंपनी बनाकर करोड़ों की ठगी, 27 पर केस
चिटफंड कंपनी बनाकर करोड़ों की ठगी, 27 पर केस

जासं,बठिडा : मशरूम की खेती के नाम पर चिटफंड कंपनी बनाकर लोगों से करोड़ों रुपये इकट्ठे कर जालसाजी करने व एक व्यापारी को अगवाकर ब्लैकमेल करने व खाली चेक में साइन कर करोड़ों की ठगी करने का मामला सामने आया है। थाना थर्मल पुलिस ने कोतवाली जोधपुर राजस्थान में दर्ज हुई जीरो नंबर एफआइआर के आधार पर बठिडा, मोगा व फरीदकोट से संबंधित 27 लोगों के खिलाफ जालसाजी, मारपीट, अगवा करने व ब्लैकमेल करने जैसी विभिन्न आपराधिक धाराओं तहत केस दर्ज किया है।

loksabha election banner

शिकायतकर्ता ढींगरा होटल एंड रेस्टोरेंट के मालिक खुशदीप सिंह ढींगरा ने बताया कि उसके पिता अमरजीत सिंह ढींगरा एक बीमा कंपनी में वेरिफिकेशन अफसर हैं। उनकी कई लोगों से जान पहचान थी। इसमें प्रमुख आरोपित राम सिंह वासी महिमा भगवाना नहियांवाला व वर्तमान में ओमेक्स सिटी बठिडा, विजय नेगी वासी ओमेक्स सिटी, नवजीत सिंह ढोलेवाल जिला मोगा उनके दोस्त थे। इन लोगों ने उनके पिता अमरजीत सिंह को मशरूम की खेती में शामिल कर सर्व एग्रो कंपनी बनाकर इसे सप्लाई करने के काम में शामिल कर लिया। इससे सैकड़ों लोगों को जोड़ा गया। उक्त लोगों ने उससे करीब 60 लाख रुपये की राशि उधार ली। आपसी किसी बात को लेकर आरोपित राम सिंह, विजय नेगी, गुरबाज सिंह, नवजीत सिंह उससे रंजिश रखने लगे। इस पूरे मामले में राम सिंह, विजय नेगी, नवजीत सिंह, प्रवीण रानी वासी ओमेक्स सिटी बठिडा, जिदप्रीत कौर वासी ओमेक्स सिटी, गुरबाज सिंह वासी बाजाखाना फरीदकोट, रतन शर्मा वासी सुभाष गली अमरिक सिंह रोड बठिडा, गुरचरण सिंह वासी वार्ड नंबर 23 मोगा, सुरजीत सिंह रोमोना वासी मौड़ मंडी, डा. दविदर बस्सी नजदीक दुग्गल पैलेस गुरुकुल रोड बठिडा, अनमोलप्रीत सिंह वासी गणेशा बस्ती बठिडा, चरणजीत सिंह, इकबाल कौर वासी बठिडा, दर्शन सिंह वासी गणेशा बस्ती, निहाल सिंह, हरबंस सिंह वासी धोबियाना बस्ती, सेवक मिगलानी वासी कोटकपूरा रोड मुक्तसर साहिब, अशोक कुमार, बूटा सिंह वासी मोगा, बलकरण सिंह वासी मौड़ मंडी, बलवान सिंह वासी धोबियाना बस्ती, शिवदेव सिंह वासी बठिडा, गुलाब सिंह वासी झुडिके मानसा, लक्षमण सिंह वासी ओमेक्स सिटी, रामकृष्ण वासी ओमेक्स सिटी, बंटी शर्मा वासी गणेशा बस्ती व गुरबंत सिंह वासी बठिडा ने मिलकर उसे व उसके पिता अमरजीत सिंह को मानसिक तौर पर परेशान करना शुरू कर दिया। 27 जुलाई 2017 को उक्त लोगों ने साजिश के तहत उसके पिता को उनके रेस्टोरेंट के नजदीक पैसों का हिसाब करने के लिए बुलाया, जहां उक्त सभी लोगों ने मिलकर उसके पिता अमरजीत सिंह को पूरा दिन बंदी बनाकर रखा व जबरदस्ती उसकी चेकबुक पर साइन करवाकर करोड़ों रुपये के चेक ले लिए। वही मौके पर कुछ लोगों को चेक बांटकर खाते से पैसे निकलवाने के लिए कहा। इसमें विरोध करने व पुलिस को सूचना देने पर जान से मारने की धमकियां दी। सभी 27 लोगों ने मिलकर उसके व परिजनों के खिलाफ विभिन्न थानों में लिखित शिकायत देकर उससे पैसों की मांग करना शुरू कर दी। इस बारे में उनके पिता अमरजीत सिंह ने लिखित शिकायत पुलिस के तत्कालीन अधिकारियों के पास की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद उसने अपना रेस्टोरेंट बठिडा से बंद कर दिया व राजस्थान में जयपुर शिफ्ट हो गए। वहां उन्होंने लिखित शिकायत जयपुर थाने में दी, जहां शून्य एफआईआर दर्ज कर इसे आगे कार्रवाई के लिए बठिडा जिले के संबंधित थाने में भेज दिया। थाना थर्मल पुलिस ने उक्त सभी 27 आरोपितों पर केस दर्ज कर लिया है। इंसाफ दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये इकट्ठे करने वाले भी नामजद

पीड़ित द्वारा दी गई शिकायत में बताया गया कि आरोपित दर्शन सिंह, शिवदेव सिंह, गुरबाज सिंह सहित कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने लोगों के साथ ठगी मारकर एक एसोसिएशन का गठन कर लिया व इसमें चिटफंड कंपनियों के शिकार लोगों को इंसाफ दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये इकट्ठे किए गए। उन्होंने पूरे मामले में आयकर विभाग से जांच करवाने व उक्त सभी लोगों के खातों व संस्था के खातों की जांच करवाने की मांग भी की है। वहीं गुरभेज सिंह संधू के संबंध में कहा गया है कि उसने बठिडा व आसपास के इलाकों में चिटफंड नेटवर्किंग का काम किया, जो पर्ल कंपनी का एजेंट भी था। उसने वर्तमान में रंजीत सिंह व दर्शन नाम के दो लोगों के साथ मिलकर इंसाफ की लहर खातेदार यूनियन का गठन कर लिया व कंपनी से किए गए निवेश को मांगने का साधन बना लिया। वहीं लोगों के साथ मिलकर उसके खिलाफ झूठी शिकायते दर्ज की, जिसमें पुलिस ने जांच के बाद लगाए गए आरोपों को झूठा पाया था। इस पूरे मामले में थाना थर्मल पुलिस की तरफ से की गई जांच के बाद आरोपित लोगों के खिलाफ टैक्स चोरी, लोगों से ठगी करने जैसी धाराओं के तहत भी नामजद किया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.