गांव बल्लुआणा के पूर्व सरपंच सहित दो पर लाखों रुपये के घपले का केस दर्ज
गांव बल्लुआणा के पूर्व सरपंच गुरमेल सिंह व तत्कालीन पंचायत सचिव सचिव बलबीर सिहपर पुलिस ने लाखों रुपये के घपले के आरोप में केस दर्ज किया है।
जासं,बठिडा: गांव बल्लुआणा के पूर्व सरपंच गुरमेल सिंह व तत्कालीन पंचायत सचिव सचिव बलबीर सिहपर पुलिस ने लाखों रुपये के घपले के आरोप में केस दर्ज किया है। यह केस डायरेक्टर पंचायत विभाग की सिफारिश पर दर्ज किया गया, जिसमें नियमों को ताक पर रख पंचायती जमीन पर कब्जे करवाने, शौचालय बनाने के फंड में घपला और छप्पड़ को मिट्टी से भरकर सरकारी फंडों में घपना करने के आरोप लगाए गए हैं।
पुलिस विभाग को भेजी लिखित सिफारिश में डायरेक्टर पंचायत विभाग पंजाब ने बताया कि उक्त आरोपितों ने अपने चेहतों को पंचायती व वक्फ बोर्ड की जमीन नियमों के विपरित बांटी। शिकायतकर्ता जरनैल सिंह वासी बल्लुआणा की शिकायत पर जिला ब्लाक पंचायत अफसर की जांच में खुलासा हुआ है कि गांव के छप्पड़ को भी मिंट्टी से भरकर उस पर कब्जा करवा दिया। गांव की करोड़ों रुपये की छह एकड़ जमीन बिना सरकारी आदेश लीज पर दे दी और राशि अपनी जेब में डालते रहे। वही गांव में स्टेट बैंक आफ पटियाला की तरफ से मेन बाजार में खाली की गई इमारत में पूर्व सरपंच ने सीमेंट की दुकान खोल रखी थी। वहीं गुरुद्वारा साहिब ग्राम पंचायत की 10 दुकानों में से नौ दुकानें किराये पर दे रखी हैं, जिसमें पांच दुकानों की बोली नहीं करवाई गई। न ही किराया जमा करवाया गया। मामले में शिकायतकर्ता की तरफ से साल 2016 से लगातार शिकायत की जा रही थी, लेकिन पांच साल तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। अब पंजाब पंचायत विभाग की पहल पर मामले की जांच करवाकर दोनों के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया। पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। सिर्फ कागजों में बनाए शौचालय
दोनों आरोपितों ने गांव में गरीब लोगों के लिए शौचालय बनाने की आई राशि में भी घपला किया गया। कई स्थानों में कागजों में तो शौचालय बन गए, लेकिन जमीनी स्तर पर इनका निर्माण नहीं किया गया। रेलवे क्रांसिग पर पड़ी जमीन पर भी अवैध तौर पर निर्माण कर कब्जा करवा दिया गया। गांव के रजवाहा के साथ चुघे खुर्द रोड पर जमीन अपने चेहतों को बांट दी। वाटर वर्क्स में भी किया लाखों का घपला
गांव में लगे वाटर वर्क्स व उसके बिलों में भी लाखों का घपला सामने आया। इसमें जाली बिल बनाकर लोगों से वसूली की गई और राशि सरकारी खजाने में जमा नहीं करवाई। जांच में सामने आया कि वाटर वर्क्स के जाली बिलों में 10,93,609 रुपये, दुकानों के किराये में 1,88,436 रुपये व छह एकड़ जमीन की लीज के 2,17,637 रुपये का घपला किया गया।