सुरक्षा को लेकर पुलिस से उलजे भाजपाई, अश्विनी शर्मा ने सुलझाया विवाद
शुक्रवार को भाजपा कार्यकर्ताओं से मीटिग करने पंजाब प्रदेश प्रधान अश्विनी शर्मा बठिंडा पहुंचे।
जागरण संवाददाता, बठिडा: शुक्रवार को भाजपा कार्यकर्ताओं से मीटिग करने पंजाब प्रदेश प्रधान अश्विनी शर्मा बठिंडा पहुंचे। उनके दौरे के दौरान भाजपा नेताओं का पुलिस के साथ विवाद हो गया। इसके बाद भाजपा नेताओं ने एसएसपी दफ्तर के आगे धरना लगाने की योजना भी बनाई, लेकिन एसएसपी के पुलिस लाइन में बैठे होने के बाद शर्मा पुलिस लाइन में पहुंचे और मीटिग कर मामले को सुझलाया। हालांकि उन्होंने कहा कि वह सिर्फ एसएसपी से मिलने के लिए आए थे। वहीं एसएसपी अजय मलूजा ने कहा कि उनको कोई शिकायत नहीं दी गई है। इस दौरान डीसी अरविद पाल सिंह संधू भी मौजूद रहे।
दरअसल, अश्विनी शर्मा बठिडा में कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे थे। दोपहर के समय जब वह एक होटल में खाना खाने पहुंचे तो वहां पर पुलिस प्रशासन ने भाजपा नेताओं को सूचना दी के किसान विरोध करने के लिए आ रहे हैं। इस दौरान एक पुलिस अधिकारी से जब भाजपा नेताओं ने उनकी सुरक्षा को लेकर पूछा तो उनमें बहस हो गई। इसके विरोध में भाजपा नेताओं ने एसएसपी दफ्तर के आगे धरना लगाने की योजना बनाई। सभी नेता इकट्ठा भी होने लगे, लेकिन एसएसपी के पुलिस लाइन में बैठे होने के बाद सभी वहां पर पहुंचे, जहां मीटिग कर मामले को सुलझाया गया। इस दौरान स्थानीय भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस की ओर से यह सब कांग्रेस की शह पर किया जा रहा है। पुलिस कांग्रेस की कठपुतली बन कर रह गई है। सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ेगी भाजपा: अश्विनी शर्मा
इससे पहले अश्विनी शर्मा ने बठिडा शहरी, बठिडा देहाती व मौड़ हलके के कार्यकर्ताओं के साथ मीटिग की। उन्होंने कहा कि राज्य में 2022 के होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की ओर से सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा। इसके लिए योग्य उम्मीदवारों की तलाश की जा रही है। वह बीते एक हफ्ते से राज्य के सभी विधानसभा हलकों में जाकर लोगों से संपर्क बना रहे हैं। इसके तहत अब तक 23 हलकों में पार्टी कार्यकर्ताओं से मीटिग कर चुके हैं। कहा- भ्रष्टाचार और नशा मुक्त पंजाब का निर्माण करेंगे अश्विनी शर्मा ने कहा कि वह पंजाब को भ्रष्टाचार और नशा मुक्त बनाना चाहते हैं। वह ऐसे पंजाब का निर्माण करना चाहते हैं, जिसमें कोई भी बेरोजगार न रहे। उन्होंने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि वह दावा कर रहे हैं कि पंजाब में बढि़या स्कूलों का निर्माण किया जाएगा, लेकिन केजरीवाल पहले यह स्पष्ट करें कि दिल्ली में चल रहे कितने स्कूलों में प्रिसिपल व अध्यापकों के पद खाली पड़े हैं। स्कूलों में ठेके पर लोगों को रखकर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। राज्य के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी केवल ऐलान ही कर रहे हैं। लोगों से किया गया कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया।