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नौ माह से बंद हं बीकानेर की ट्रेन, बठिडा में कैंसर मरीजों की दोगुना हुई ओपीडी

साहिल गर्ग बठिडा कोरोना वायरस के कारण मार्च महीने में लगाए गए लाकडाउन के बाद देश के

By JagranEdited By: Published: Thu, 31 Dec 2020 06:21 PM (IST)Updated: Thu, 31 Dec 2020 06:21 PM (IST)
नौ माह से बंद हं बीकानेर की ट्रेन, बठिडा में कैंसर मरीजों की दोगुना हुई ओपीडी
नौ माह से बंद हं बीकानेर की ट्रेन, बठिडा में कैंसर मरीजों की दोगुना हुई ओपीडी

साहिल गर्ग, बठिडा : कोरोना वायरस के कारण मार्च महीने में लगाए गए लाकडाउन के बाद देश के कैंसर अस्पतालों में चेकअप करवाने के लिए जाने वाले बठिडा के मरीज अब एडवांस्ड कैंसर इंस्टीच्यूट में अपना चेकअप करवाने के लिए पहुंच रहे हैं। इसका सबसे मुख्य कारण है कि लाकडाउन के बाद से अभी तक बठिडा से बीकानेर के लिए कैंसर ट्रेन के नाम से चलने वाली पैसेंजर ट्रेन भी बंद है।

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यह ट्रेन रात को बठिडा से बीकानेर के लिए रवाना होती थी। इस ट्रेन में तीस फीसद के करीब तो अकेले कैंसर मरीज ही सफर करते थे, जो बीकानेर के आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर अस्पताल व रिसर्च सेंटर में ओपीडी व चेकअप के लिए जाते थे। मगर अब ट्रेन न चल पाने के कारण उनकी परेशानी बढ़ गई है। जिसके चलते अब लोग बठिडा के अस्पताल में इलाज करवाने के लिए पहुंच रहे हैं। हालात तो यह हैं कि बठिडा के अस्पताल में बठिडा, मानसा, मुक्तसर, फिरोजपुर, फरीदकोट, फाजिल्का, संगरूर, बरनाला आदि जिलों के अलावा हरियाणा से भी कैंसर के मरीज दवा लेने के लिए आते हैं। अगर कैंसर अस्पताल के आंकड़ों की बात की जाए तो यहां पर 2020 में अभी तक 30 हजार के करीब मरीजों ने अपना इलाज करवाया है। जबकि इससे पहले 2018 में 15 हजार तो 2019 में 18 हजार मरीजों की ओपीडी हुई थी। वहीं रेडियालाजी की बात की जाए तो 2020 में यहां पर 12 हजार के करीब लोगों का इलाज किया गया है। इससे पहले 2018 में मात्र 506 व 2019 में मात्र 481 लोगों की रेडियोलाजी हुई थी। इसके अलावा अस्पताल में 2020 में 9600 लोगों की कीमोथेरेपी व 750 लोगों की सर्जरी हुई है।

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200 मरीजों की रोजाना हो रही है ओपीडी

बठिडा के एडवांस्ड कैंसर इंस्टीच्यूट में इस समय 200 मरीजों की रोजाना ओपीडी हो रही है। हालांकि पहले भी यहां पर इतने मरीजों की ही ओपीडी थी, मगर अस्पताल प्रबंधन की ओर से इस समय सिर्फ उन्हीं मरीजों को यहां पर बुलाया जा रहा है, जिनको ज्यादा जरूरत है। जबकि जिन मरीजों की इतनी जरूरत नहीं है, उनको एक महीने की एडवांस में दवाई दे दी गई है। इसके अलावा अस्पताल में इस समय 35 से 40 मरीजों की ओपीडी भी हो रही है। जहां पर 11 डाक्टर इस समय मरीजों का इलाज कर रहे हैं। वहीं 35 के करीब ऐसे मरीज चेकअप करवाने के लिए आ रहे हैं, जिनको सुबह के समय अस्पताल में दाखिल किया जाता है और शाम के समय छुट्टी दे दी जाती है। इन मरीजों की अस्पताल प्रबंधन की ओर से रेडियोथेरेपी की जा रही है। दूसरी तरफ हरियाणा से आने वाले मरीजों की भी फाइल को अस्पताल प्रबंधन की ओर से हरियाणा सरकार से मिलने वाली सुविधाओं को लेकर तैयार किया जा रहा है।

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मरीजों को नहीं आने दी जाएगी कोई परेशानी- डा. दीपक अरोड़ा

बठिडा के एडवांस्ड कैंसर इंस्टीच्यूट के डायरेक्टर डा. दीपक अरोड़ा ने बताया कि अस्पताल में 200 मरीजों की ओपीडी रोजाना हो रही है। जबकि यहां पर उन मरीजों को ही बुलाया जा रहा है, जिनको दवाओं की ज्यादा जरूरत है। बाकी के मरीजों को एक महीने की दवा एडवांस में दे दी गई है। अस्पताल में इस समय 35 के करीब मरीजों को रोजाना दाखिल किया जा रहा है। मगर ओपीडी 200 रहने का कारण ही यही है कि अन्य शहरों में इलाज करवाने वाले मरीज अब बठिडा में आ रहे हैं। यहां पर उनको इलाज से संबंधित हर प्रकार की दवा भी मिल रही है। जिसके लिए उनको परेशान होने की जरूरत नहीं है।


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