Move to Jagran APP

जिले में 14 हजार आवारा कुत्ते, 10 दिन तक शुरू होगी नसबंदी

शहर में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए आखिरकार नगर निगम ने नसबंदी करने की योजना बना ही ली है। इस समय 14 हजार के करीब कुत्ते-कुत्तियों के होने का अनुमान है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Dec 2020 05:30 PM (IST)Updated: Thu, 17 Dec 2020 06:29 AM (IST)
जिले में 14 हजार आवारा कुत्ते, 10 दिन तक शुरू होगी नसबंदी
जिले में 14 हजार आवारा कुत्ते, 10 दिन तक शुरू होगी नसबंदी

सुभाष चंद्र, बठिडा

loksabha election banner

शहर में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या को रोकने के लिए आखिरकार नगर निगम ने नसबंदी करने की योजना बना ही ली है। इस समय 14 हजार के करीब कुत्ते-कुत्तियों के होने का अनुमान है। उम्मीद है कि दिसंबर में यह काम शुरू हो जाएगा। अभियान के तहत जहां कुत्तों की नसबंदी की जाएगी, वहीं कुत्तियों के आपरेशन किए जाएंगे। नगर निगम की ओर से इन दिनों कुत्तों को रखने के लिए फैंसिग का काम किया जा रहा है। करीब एक सप्ताह तक यह मुकम्मल हो जाएगा। बुधवार को नगर निगम के कमिश्नर बिक्रमजीत सिंह शेरगिल की तरफ से इस संबंध में सैनिटेशन शाखा के चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टरों के साथ बैठक भी की। इस दौरान उनसे तैयारियों का जायजा भी लिया। नगर निगम की ओर से कई साल पहले हाउस के दौरान कुत्तों की नसबंदी के लिए 25 लाख का प्रस्ताव पारित कराया था। लेकिन, नसबंदी का काम नहीं हो सका। प्रस्ताव के आधार पर अब कहीं जाकर यह काम शुरू होने जा रहा है। निगम की ओर से हाल ही में जो सर्वे किया है, उसके अनुसार इस समय शहर में करीब 14 हजार कुत्ते और कुत्तियां हैं। इनकी नसबंदी व आपरेशन का ठेका एक फर्म को दे दिया है।

डा. सिमरजीत सिंह की अगुआई में नसबंदी का काम शुरू किया जा रहा है। एक कुत्ते की नसबंदी पर 798 रुपये खर्च आएगा। नसबंदी और आपरेशन के बाद छह दिन तक इन कुत्तों को माहिर स्टाफ की निगरानी में रखना होता है ताकि किसी की मौत न हो पाए। यह काम शुरू करने से पहले नसबंदी या आपरेशन करने के बाद इन्हें रखने के लिए जगह की व्यवस्था की जा रही है। डबवाली रोड पालिक्लीनिक में इन्हें रखने के लिए फैंसिग का काम तेजी के साथ चल रहा है। निगम के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर हरपाल सिंह भुल्लर ने बैठक के दौरान कमिश्नर को जानकारी दी कि 22 दिसंबर तक फैंसिग का काम संपन्न होने का अनुमान है।

छह कुत्तों की मौत के बाद रुक गया था काम

जिक्रयोग्य है कि इससे पहले 2017 में नसबंदी का काम शुरू किया गया था। अलीगढ़ की तृप्ति फाउंडेशन को नसबंदी का ठेका दिया गया था। लेकिन, इस दौरान छह कुत्तों की मौत हो गई थी। कुत्तों की मौत के बाद जहां यह काम अधर में रह गया था। वहीं समाजसेवियों के कड़े विरोध के चलते निगम को फर्म की अदायगी भी रोकनी पड़ी थी।

25 के बाद शुरू हो जाएगा काम : भुल्लर

सुपरिटेंडेंट इंजीनियर हरपाल सिंह भुल्लर ने बताया कि 25 दिसंबर के बाद नसबंदी का काम शुरू हो जाएगा। फैंसिग का काम मुकम्मल होते ही आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। उम्मीद है फैंसिग का कार्य 22 दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। उधर, डा. सिमरजीत सिंह ने भी बताया कि करीब दस दिनों तक नसबंदी का काम शुरू कर दिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.