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बठिडा एनएफएल से बदोवाल के लिए फर्टिलाइजर लेकर पहली ट्रेन होगी रवाना

किसानों के धरने के कारण पिछले कई दिनों से बंद पड़ी गाड़ियों को केंद्र की ओर से शुरू कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 06:55 PM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 11:06 PM (IST)
बठिडा एनएफएल से बदोवाल के लिए फर्टिलाइजर लेकर पहली ट्रेन होगी रवाना

जागरण संवाददाता, बठिडा : किसानों के धरने के कारण पिछले कई दिनों से बंद पड़ी गाड़ियों को केंद्र की ओर से शुरू कर दिया गया है। हालांकि राज्य के बाकी शहरों से पैसेंजर ट्रेनों को भी चला दिया गया है। मगर बठिडा से पैसेंजर गाड़ियों को चलाने संबंधी अभी तक कोई आदेश जारी नहीं हुए। वहीं दो दिनों में बठिडा में 11 मालगाड़ियां आ चुकी हैं। इनमें सात गाड़ियों में फर्टिलाइजर था तो चार खाली रैक बठिडा पहुंचे हैं। इन गाड़ियों को बठिडा पहुंचने के बाद मंजिल तक जाने के लिए रवाना किया जा चुका है। इसके अलावा बठिडा में काफी गिनती में डीजल व इलेक्ट्रानिक इंजन भी कई स्टेशनों से पहुंचे हैं।

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दूसरी तरफ गाड़ियों के चलने से रेलवे स्टेशन का स्टाफ भी काम पर जुट गया है। जबकि कई दिनों के बाद रेलवे स्टेशन पर छुकछुक की आवाज भी सुनाई दी। वहीं बठिडा में बुधवार को दो गाड़ियों को लोड किया गया है। इसमें एक गाड़ी एनएफएल में तैनात है, जिसमें फर्टिलाइजर लोड किया जाएगा। यह गाड़ी बदोवाल में जाएगी। इसके अलावा दूसरी गाड़ी स्टेशन के पास ही फूड ग्रेन की भरी जा रही है। हालांकि इस गाड़ी को कहां पर भेजा जाना है, इसके बारे में स्टेशन प्रबंधकों के पास कोई जानकारी नहीं पहुंची है। जिनका कहना है कि गाड़ी को भरने के बाद कुछ समय पहले ही उनको सूचना मिलती है। इससे पहले बठिडा में सूरतगढ़ से अबोहर के अलावा पश्चिम बंगाल के सोनारपुर समेत सात गाड़ियां फर्टिलाइजर की फिरोजपुर, बठिडा के लिए आई हैं। वहीं खाली रैक बठिडा में पहुंचे तो उनको आगे मंजिल तक भेजने के बाद रेलवे ने रजिस्ट्रर पर एंट्री दर्ज की हैं। पैसेंजर ट्रेनें न चलने से यात्री परेशान बठिडा के रेलवे स्टेशन से पैसेंजर ट्रेनों को अभी तक नहीं चलाया गया है। इस कारण यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। रेलवे स्टेशन हर रोज काफी गिनती में यात्री लौट रहे हैं। वहीं जिनके द्वारा बुकिग करवाई गई है, उनको दूसरे शहरों में जाकर गाड़ियों को लेना पड़ रहा है। फिलहाल बठिडा के रेलवे स्टेशन से चलने वाली अवध असम गाड़ी को ही चलाया जा रहा है। लेकिन इसका भी रूट हनुमानगढ़ से डायवर्ट किया गया है। इसके चलते यात्रियों को वहां से गाड़ी लेनी पड़ती है। रेलवे स्टेशन पर पहुंचे आदित्य कुमार ने बताया कि उनको अवध असम गाड़ी से जाना था, जिनकी तीन टिकट बुक थी। मगर गाड़ी अब बठिडा में नहीं आई तो वह टिकट कैंसिल करवाएंगे, क्योंकि परिवार के साथ पहले पैसे खर्च कर हनुमानगढ़ जाना मुश्किल है। वहीं मुकेश कुमार ने बताया कि उनकी 13 टिकट हैं, जिनके लिए जाना काफी जरूरी है। इसके लिए वह हनुमानगढ़ में जाएंगे। मगर कुल मिलाकर बठिडा से गाड़ी न चलाना उनके लिए परेशानी ही पैदा कर रहा है।

बसों का संचालन कल रहेगा बंद 26 नवंबर को किए जाने वाले प्रदर्शन के दौरान किसान जहां दिल्ली में प्रदर्शन करने के लिए जाएंगे। वहीं पीआरटीसी की विभिन्न यूनियनों ने भी हड़ताल का समर्थन किया है। इनके द्वारा 26 तारीख को सभी बसों का संचालन बंद रखा जाएगा। दूसरी तरफ प्राइवेट बस आपरेटरों ने भी हड़ताल का समर्थन करते हुए ऐलान किया कि वह किसानों के धरने के लिए बसें देने को तैयार हैं। हालांकि किसानों को बसों में पड़ने वाले डीजल का खर्च अपने लेवल पर उठाना होगा। इसको लेकर मालवा जोन प्राइवेट बस आपरेटर एसोसिएशन के कन्वीनर बलतेज वांदर ने बताया कि बसों को बंद रखा जाएगा। मगर किसानों को जरूरत के अनुसार बसें दे दी जाएंगी। इसके साथ ड्राइवर व कंडक्टर भी होगा।


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