बठिडा रेलवे विभाग यात्रियों का कर चुका है 34 लाख रुपये रिफंड
एक जुलाई से शुरू होने वाली ट्रेनों को रेलवे विभाग ने 12 अगस्त तक नहीं चलाने का एलान किया है।
नितिन सिगला, बठिडा : एक जुलाई से शुरू होने वाली ट्रेनों को रेलवे विभाग ने 12 अगस्त तक नहीं चलाने का एलान किया है। रेलवे ने यह फैसला देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए लिया गया है। इसके साथ रेलवे ने एक जुलाई से शुरू होने वाली ट्रेनों की टिकटों की बुकिग करवा चुके यात्रियों के पैसे रिफंड करने का ऐलान किया है। इसके साथ रेलवे विभाग की तरफ से सभी रेलवे स्टेशन अधिकारियों को लिखित में आदेश जारी कर दिए गए है, जिन यात्रियों ने ट्रेनों की बुकिग करवाई थी, उन सभी लोगों के पैसे पूरी तरह से रिफंड किए जाए। इसके लिए यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन पर एक विशेष खिड़की या काउंटर स्थापित किया जाएं, जहां पर यात्री आकर अपने पैसे रिफंड करवा सके। इन आदेशों के बाद बठिडा रेलवे विभाग की तरफ से 12 अगस्त तक बुकिग हुई टिकटों को रद्द कर उनके पैसे रिफंड करने शुरू कर दिए है। ज्यादा तरह पैसे आरक्षित टिकटें के पैसे रिफंड किए जा रहे है, जबकि लोकल ट्रेनों का रिफंड नाममात्र ही है। बठिडा रेलवे के अधिकारियों की मानने तो बठिडा रेलवे स्टेशन से 200 से ज्यादा लोकल व स्पेशल ट्रेनों के रूट है, जिनकी बुकिग होती है। बठिडा स्टेशन से प्रतिदिन 100 से 130 टिकटों की बुकिग होती है और एक जून के बाद से करीब चार हजार टिकटों की बुकिग बठिडा रेलवे स्टेशन से हुई थी। इसमें 40 फीसद लोगों ने ऑनलाइन टिकटों की बुकिग करवाई थी। जिनमें ज्यादा तरह बुकिग दिल्ली, यूपी, बिहार आदि शहरों की थी, लेकिन अब करीब 34 लाख रुपये रिफंड कर चुका है, जिसमें 23 लाख रुपये कैश, तो 11 लाख रुपये ऑनलाइन रिफंड किया जा चुका है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि बठिडा स्टेशन पर अब तक हुई टिकटों की पूरा रिफंड हो चुका है। अगर कोई रिफंड रहता भी होगा, तो यात्री रेलवे स्टेशन लगाएं स्पेशल काउंटर अपनी टिकट वापस कर पैसे वापस लेकर जा सकता है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के चलते 22 मार्च से रेलवे विभाग ने सभी ट्रेनों के संचालन पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी थी। करीब सवा दो महीने तक पूर्ण रूप से ट्रेनों का संचालन बंद रहने के बाद रेलवे ने एक जून से कुछ स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया था। इसके बाद लोगों ने कुछ स्पेशल ट्रेनों की बुकिग शुरू कर दी थी, जिसके बाद एक जून को अनलॉक एक होने के बाद रेलवे विभाग ने स्पेशल ट्रेनों के अलावा पैसेंजर, एक्सप्रेस, सुपरफास्ट समेत लोकल ट्रेनों का संचालन एक जुलाई से करने का फैसला लिया था, लेकिन दिल्ली, महाराष्ट्र समेत देशभर में कोरोना मरीजों की बढ़ रही गिनती को देखते हुए रेलवे 12 अगस्त यह फैसला वापस ले लिया।