चुनाव से पहले हुई स्टाफ की तीसरी रिहर्सल
बठिडा लोकसभा हलका बठिडा के लिए मतदान में पोलिग स्टाफ नियुक्त करने संबंधी ड्यूटियां लगते ही तीसरी रिहर्सल रविवार को हुई।
जागरण संवाददाता, बठिडा : लोकसभा हलका बठिडा के लिए मतदान में पोलिग स्टाफ नियुक्त करने संबंधी ड्यूटियां लगते ही तीसरी रिहर्सल रविवार को हुई। जिले के सभी छह विधानसभा हलकों में 5 हजार के करीब अधिकारियों /कर्मचारियों को पोलिग स्टाफ में प्रीजाइडिग, अल्टरनेट प्रीजाइडिग व पोलिग अफसर नियुक्त किया गया है। नियुक्त किए गए पोलिग स्टाफ की रिहर्सल असेंबली सेगमेंट में सहायक रिटर्निंग अफसरों की तरफ से करवाई गई। कर्मचारियों को बताया गया कि यदि किसी कर्मचारी को वोट डालने संबंधी जानकारी नहीं है तो वह इलेक्शन कमिशन के पोर्टल पर सर्च कर वोट के लिक पर जाकर अपनी वोट बारे जानकारी प्राप्त कर सकता है।
वहीं बताया कि समूह विभागों के मुखियों को विशेष तौर पर हिदायत की गई है कि उनकी तरफ से चुनाव ड्यूटी के नियुक्त किए गए अमले को ड्यूटी हुक्मों की दोनों कापियों और फार्म नं 12 ए फीजिकली तौर पर अधिकारी /कर्मचारी के पास भेजना यकीनी बनाएं। जिला चुनाव अधिकारी कम डीसी बी श्रीनिवासन ने बताया कि चुनाव अमले को जारी किए गए हुक्मों के साथ फार्म 12/12-ए भी जोड़े गए हैं और उनको हिदायत की गई है कि वह यह फार्म भर कर और इनके साथ अपने ईपीआईसी की कापी और ड्यूटी के हुक्म साथ रिहर्सल वाले दिन एआरओ को संचित करवाने जिससे सारा चुनाव अमला ईडीसी /पोस्टल बैलेटस के द्वारा अपनी वोट का इस्तेमाल कर सकें।
गैर हाजिर रहे तो होगी एफआइआर
भारत चुनाव कमीशन से मिले अधिकारों का प्रयोग करते हुए जिला चुनाव अफसर की तरफ से चुनाव ड्यूटी पर नियुक्त किए गए अमले के जानबूझकर गैर हाजिर होने वाले अधिकारियों /कर्मचारियों विरुद्ध गंभीर नोटिस लिया जाएगा और ऐसा होने की सूरत में संबंधित खिलाफ लोग प्रतिनिधित्व एक्ट 1951 की धारा 134 अधीन बनती कार्रवाई करते हुए एफआइआर दर्ज करवाई जाएगी। 735 ने कटवाई इलेक्शन ड्यूटी
लोकसभा चुनावों में छह दिन का समय रह गया है। इसके चलते चुनाव में अभी त 735 कर्मचारियों ने अपनी ड्यूटी कटवाई है। जबकि लोकसभा हलका बठिडा में 1729 पोलिग बूथ हैं, जिनमें बठिडा, मानसा व मुक्तसर जिले के पोलिग बूथ भी शामिल हैं। मगर अकेले बठिडा जिले में ही एक हजार से ज्यादा पोलिग बूथ बनाए जाएंगे, जहां पर 4500 के करीब चुनाव स्टाफ के सदस्यों की ड्यूटी लगाई जाएगी। जिनमें सरकारी विभागों के मुलाजिमों के अलावा अध्यापकों को भी शामिल किया जाता है। जबकि ड्यूटी कटवाने वालों में सबसे ज्यादा गिनती महिला अध्यापकों की होती है। दूसरी तरफ चुनावों के दौरान ड्यूटी करने वाले स्टाफ में से अगर किसी की शादी है या उनके परिवार में किसी की शादी है तो उनको सिर्फ शादी वाले दिन ही छूट मिलेगी। जबकि 2017 में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान 40 मुलाजिमों को सिर्फ शादी वाले दिन ही छुट्टी मिली थी।
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