लोगों की सेवा व मदद करके मिलता है सकून
समाजसेवा करके न केवल मन को सकून मिलता है बल्कि मजा भी आता है।
जागरण संवाददाता, बठिडा : समाजसेवा करके न केवल मन को सकून मिलता है, बल्कि मजा भी आता है। एक जिम्मेदारी का एहसास भी होता है। यह कहना है 27 वर्षीय नौजवान मनजोत जौड़ा का। जोकि चल रहे कोरोना संक्रमण काल में उल्लेखनीय काम कर रही नौजवान वेलफेयर सोसायटी के सक्रिय सदस्यों में से एक सदस्य हैं। मनजोत जौड़ा यूं तो अपना सैलून चलाते हैं, लेकिन समाजसेवा के लिए भी काफी समय निकालते हैं। बीते मार्च माह से अब तक वह लगातार काम कर रहे हैं। जहां लॉकडाउन में जरूरतमंदों की हर प्रकार की सेवा कर रहे थे, वहीं अब कोरोना संक्रमित मरीजों की सेवा कर रहे हैं। वह हर रोज सुबह और दोपहर कोरोना संक्रमितों के आइसोलेशन सेंटर में जाते हैं और उन्हें चाय तथा लंच देकर आते हैं। इसके अलावा विभिन्न अस्पतालों से कोरोना से मरने वाले लोगों की डेड बॉडीज लेकर आते हैं। उन्हें शमशान घाट पहुंचाते हैं और उनका अंतिम संस्कार करने में मदद करते हैं। अब तक वह करीब 60 कोरोना संक्रमण से मरने वालों का संस्कार करवा चुके हैं। वह खुद इस संक्रमण से बचे हुए हैं। वह बताते हैं कि इस मामले में परिवार का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। न कभी उसके मन में और न ही कभी परिवार के सदस्यों के मन में कभी कोई डर आता है।