बेअसर रही एक घंटा ट्रैफिक बंद रखने की अपील
शनिवार को 11 बजे से लेकर 12 बजे तक एक घंटा ट्रैफिक बंद रख कर मौन रहने का आह्वान बेअसर रहा।
जागरण संवाददाता, बठिडा : कोरोना से जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि भेंट करने के लिए हर शनिवार को 11 बजे से लेकर 12 बजे तक एक घंटा ट्रैफिक बंद रख कर मौन रहने का आह्वान इस बार भी पूरी तरह से बेअसर रहा। यह अपील राज्य सरकार की तरफ से की गई थी। शहर भर में इस अपील का कोई असर नहीं दिखा। इस समय अवधि के दौरान ट्रैफिक आम दिनों की तरह ही चलता रहा। पिछले शनिवार को भी चूंकि लोगों की ओर से अपने स्तर पर कोई रूचि नहीं दिखाई जा रही थी। इसलिए राज्य सरकार के निर्देश पर पुलिस प्रशासन को आगे आना पड़ा और विभिन्न स्थानों पर जबरन ट्रैफिक रोकना पड़ा। कहीं पर सड़क के बीच में क्रेन खड़ी कर दी गई थी। कहीं पर रस्सियां बांध दी गई थीं और कहीं पर सड़क के बीच में आटो खड़े कर दिए गए। बसों को जबरन रोक दिए जाने पर ड्राइवरों और कंडक्टरों की तरफ से हंगामा भी किया गया। उन्होंने धरना देकर राज्य सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ खूब नारेबाजी की थी। इस हंगामे के कारण ही इस बार पुलिस प्रशासन की ओर से भी ट्रैफिक रोकने के कहीं पर कोई भी प्रयास दिखाई नहीं दिए। जिसके कारण कहीं पर भी किसी ने भी एक घंटा व्हीकल न चलाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। हर तरफ आम दिनों की तरफ ट्रैफिक चलता रहा। निजी ट्रांसपोर्टरों के अलावा सरकारी बसें भी आम दिनों की तरह ही चलती रहीं।
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