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पहले काले मास्क पहनकर दी परीक्षा, फिर बाहर आकर किया प्रदर्शन

पंजाब सरकार की तरफ से मास्टर कैडर की भर्ती के लिए रविवार को परीक्षा ली गई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 Dec 2020 07:00 AM (IST)Updated: Mon, 28 Dec 2020 07:00 AM (IST)
पहले काले मास्क पहनकर दी परीक्षा, फिर बाहर आकर किया प्रदर्शन
पहले काले मास्क पहनकर दी परीक्षा, फिर बाहर आकर किया प्रदर्शन

संस, बठिडा : पंजाब सरकार की तरफ से मास्टर कैडर की भर्ती के लिए रविवार को परीक्षा ली गई। इस दौरान हिदी व पंजाबी विषय के मास्टर कैडर के लिए यह परीक्षा हुई। शिक्षा विभाग की तरफ से प्रदेश भर में पंजाबी व हिदी के मास्टर कैडर की करीब 100 पोस्टों के लिए बठिडा जिले में पंजाबी अध्यापकों के लिए 2462 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी, जबकि हिदी अध्यापकों के लिए करीब 925 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। वहीं दूसरी तरफ पंजाब सरकार की तरफ से महज 100 पोस्टों के लिए परीक्षा लिए जाने के विरोध में बीएड अध्यापकों द्वारा काले मास्क लगाकर परीक्षा दी गई। वहीं परीक्षा देने के बाद सेंटर के बाहर पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर अपना गुस्सा जाहिर किया। इस दौरान बेरोजगार बीएड अध्यापकों ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा हिदी, पंजाबी व एसएसटी के लिए पूरे राज्य में सिर्फ 200 पोस्टों पर ही भर्ती की जा रही है, जबकि रविवार को इन तीन पोस्टों के लिए पूरे राज्य में करीब 20 हजार परीक्षार्थियों द्वारा अप्लाई किया है। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग ने अलग-अलग विषयों केक मास्टर कैडर के लिए 3704 पोस्टों पर भर्ती करने के लिए परीक्षा ले रहा है, जबकि प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों में हजारों की संख्या में टीचरों के पद खाली पड़े हुए है, जिनपर लंबे समय से कोई भी भर्ती नहीं की गई है। टीचरों का आरोप है कि प्रदेश भर में 25 हजार से अधिक बीएड अध्यापक बेरोजगार बैठें हैं, जबकि सरकार महज कुछ ही पदों पर टीचरों की भर्ती कर रोजगार देने का नाटक कर रही है। उन्होंने मांग कि सरकार प्रदेश के सरकारी स्कूलों में खाली पड़ी टीचरों की पोस्टें पहल के आधार पर भरी जाएं, ताकि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पढ़ाई करने में किसी तरह की समस्या ना आएं।

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जिले में बनाए दस केंद्र

जिले में करीब 3419 अध्यापकों द्वारा परीक्षा के लिए अप्लाई किया गया था। जिसमें से करीब 3387 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा के लिए करीब दस केंद्र बनाए गए। जिसमें कन्या सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल माल रोड, आर्य ग‌र्ल्स स्कूल, एसएसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल लड़के, देशराज स्कूल, गुरु नानक देव कमला नेहरू कालोनी स्कूल, हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल, खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल शामिल थे। सभी केंद्र में बीएड अध्यापक काले मास्क लगाकर शामिल हुए। वहीं हर स्कूल में करीब दो बैंच छोड़कर बैठाया गया था। जिसमें 3387 परीक्षार्थियों ने कोरोना की गाइडलाइन का पालना करते हुए यह टेस्ट दिया। पंजाबी की परीक्षा सुबह साढे नौ बजे से साढे 12 बजे तक ली गई, जबकि हिदी की परीक्षा दोपहर एक बजे से साढे तीन बजे तक ली गई। वहीं कोरोना के चलते स्टाफ को पहले साढे आठ बजे ही बुलाया गया। वहीं परीक्षार्थियों के परीक्षा सेंटर के बाहर ही हाथ सैनिटाइजर करवा दिए गए। सभी क्लास में एक बैंच छोड़कर विद्यार्थियों को बैठाया गया। परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों को थर्मल स्क्रीनिग के बाद एंट्री दी गई व फिर उन्हें हाथ सैनिटाइटज कर परीक्षा हाल में भेजा गया। कोरोना संबंधी सभी गाइडलाइन को देखते हुए ही परीक्षा का आयोजन किया गया।

पंजाबी की परीक्षा रही आसान व हिदी की रही मुश्किल

परीक्षा देकर आए परीक्षार्थी दमनजीत कौर, अंकुश ने बताया कि पंजाबी की परीक्षा उनकी आसान रही। पर उन्होंने मेरिट लिस्ट की टेंशन है, क्योंकि मुकाबला कड़ा होने के कारण लिस्ट में नाम आने की दिक्कत आ सकती है। वहीं हिदी की परीक्षा देकर आए राहुल व मंजीत ने बताया कि परीक्षा काफी मुश्किल लगी ।


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