पंचायतों का फरमान, पराली न जलाएं किसान
जिले में पराली को आग से बचाने के लिए प्रशासन ने टीमों को तैनात कर दिया है। पंचायतों ने भी अपने लेवल पर प्रयास शुरू कर दिए हैं। जिले में 314 पंचायतें हैं। 195 पंचायतों ने अपने लेवल पर पराली को आग न लगाने के लिए प्रस्ताव पास किया है। पंचायतों ने प्रस्ताव तो पास कर दिया लेकिन कई गांवों में किसान यूनियन के नेता अन्य किसानों को अपने साथ लेकर पराली को आग लगा देते हैं।
साहिल गर्ग, बठिडा : जिले में पराली को आग से बचाने के लिए प्रशासन ने टीमों को तैनात कर दिया है। पंचायतों ने भी अपने लेवल पर प्रयास शुरू कर दिए हैं। जिले में 314 पंचायतें हैं। 195 पंचायतों ने अपने लेवल पर पराली को आग न लगाने के लिए प्रस्ताव पास किया है। पंचायतों ने प्रस्ताव तो पास कर दिया, लेकिन कई गांवों में किसान यूनियन के नेता अन्य किसानों को अपने साथ लेकर पराली को आग लगा देते हैं। इस कारण गांव की पंचायत द्वारा डाला गया प्रस्ताव भी काम नहीं आ आ रहा है। जिले में बीते साल किसी भी पंचायत ने प्रस्ताव तो नहीं डाला था। 1983 जगहों पर पराली को आग लगने की घटनाएं भी सामने आई थी। इस बार प्रशासन को उम्मीद है कि पंचायतों के प्रस्ताव डाले जाने के बाद आग लगने की घटनाओं में कमी आएगी। दूसरी तरफ जिले में अभी तक 45 जगहों पर पराली को आग लगने की घटनाएं सामने आ गई हैं। इसमें से चार किसानों को 25-2500 रुपये के जुर्माने लगाकर चालान भी काटे गए हैं। बाकी किसानों को चालान इशू करने के लिए कार्रवाई की जा रही है। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के एसडीओ रमनदीप सिंह सिद्धू का कहना है कि पराली जलाने की घटनाओं को लगातार देखा जा रहा है। मगर उनके द्वारा किसानों को बार-बार पराली न जलाने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। अब पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई की जाएगी।
साल, पराली जलाने के मामले, जुर्माना
2020 45 (20 अक्टूबर तक) 10 हजार (20 अक्टूबर तक)
2019 1983 55 लाख रुपये
2018 5342 13 लाख रुपये
2017 3501 जुर्माना कोई नहीं 2018 में 525 किसानों के चालान काटे गए थे
2017 में सिर्फ 40 किसानों की पराली जलाने पर पहचान हुई थी
ऐसे लगता है जुर्माना
-- 2 एकड़ तक 2500 रुपये
-- 5 एकड़ तक 5000 रुपये
-- 5 एकड़ से अधिक पर 15 हजार रुपये जुर्माना
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इन विभागों की है जिम्मेदारी
-- पुलिस- कार्रवाई पर अमल करवाना।
-- कृषि- किसानों को पराली जलाने के नुकसान विकल्प बताना।
-- पंचायत- ग्राम सचिवों द्वारा सूचना देना।
-- रेवेन्यू- पटवारियों द्वारा सूचना देना जुर्माना नोटिस वसूली।
-- प्रदूषण- जुर्माना नहीं देने पर मुकदमा दर्ज कर पैरवी करना।
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ऐसे समझे प्रदूषण का लेवल
लेवल कैसा असर
0-50 गुड कोई असर नहीं
51-100 संतोषजनक कमजोर लोगों के लिए हल्की सी सांस लेने की दिक्कत
101-200 ठीकठाक अस्थमा, दिल, फेफड़ों के मरीजों को सांस लेने में दिक्कत
201-300 पुअर लोगों को सांस लेने में दिक्कत
301-400 वेरी पुअर बीमार होने के साथ साथ कई रोग
401-500 खतरनाक स्वस्थ शरीर वाले लोगों की सेहत पर भी असर