वेटनरी कालेज के सात, सिविल अस्पताल के जीएनएम की एक छात्र समेत 19 कोरोना संक्रमित
कोविड की तीसरी लहर ने जहां प्रशासन व सेहत विभाग की नींद उड़ा दी है।
जासं, बठिडा : कोविड की तीसरी लहर ने जहां प्रशासन व सेहत विभाग की नींद उड़ा दी है, वहीं सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों में लापरवाही साफ देखी जा रही है। इसके कारण कोरोना वायरस तेजी से स्कूल, कालेज व सरकारी दफ्तर में प्रवेश करता जा रहा है। आए दिन जिले के किसी न किसी स्कूल कालेज व सरकारी दफ्तर का अधिकारी या कर्मचारी कोरोना पाजिटिव मिल रहा है। जिसका कारण स्कूल कालेजों व सरकारी दफ्तरों में बरती जा रही लापरवाही है। न सोशल डिस्टेंसिग का पूर्ण रूप से ध्यान रखा जा रहा है और नहीं मास्क का प्रयोग किया जा रहा है। इस कारण कोरोना वायरस का असर प्रतिदिन तेज होता जा रहा है।
गत बुधवार को कोविड-19 की महिला नोडल आफिसर समेत तीन कर्मियों की कोरोना रिपोर्ट पाजिटिव मिली है, वहीं वीरवार को जारी रिपोर्ट में गुरु आंगद देव वेटनरी एंड साइसेंज यूनिवर्सिटी के अधीन चलते रामपुरा फूल स्थित वेटनरी साइसेंज कालेज के सात विद्यार्थियों समेत जिले में 19 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव मिली है। ये सात विद्यार्थी दो दिन पहले ही इसी कालेज के एक पाजिटिव छात्र के संपर्क में आएं थे, जिसके इनके कोरोना टेस्ट किए गए थे। सभी स्टूडेंट को होम आइसोलेट कर दिया गया, जबकि सेहत विभाग की तरफ से कालेज के अन्य स्टाफ मेंबर के टेस्ट लेकर जांच के लिए भेजे गए है। इसके अलावा सिविल अस्पताल में स्थित जीएनएम स्कूल की भी एक छात्रा कोरोना पाजिटिव मिली है। इसमें आरटीपीसीआर कोविड रिपोर्ट में 13, एंटीजेन कोविड जांच में पांच व प्राइवेट लैब में कोविड जांच के दौरान एक व्यक्ति कोरोना पाजिटिव मिला है। इसमें भगता भाईका में एक, गुरु की नगरी में एक, पुलिस लाइन में एक, माडल टाउन में एक, गुरु गोबिद सिंह नगर में एक, श्री रामदास रोड में एक, बीबी वाला रोड में एक पाजिटिव मिला है।
वहीं दो दिन पहले कोरोना पाजिटिव आई कोरोना प्रोग्राम महिला आफिसर के बाद जब उसके साथ काम करने वाले अन्य कर्मियों के कोरोना टेस्ट किए गए, तो वह भी पाजिटिव मिले। जिसके बाद सिविल सर्जन दफ्तर की पहली मंजिल पर स्थित डेंगू व मलेरिया विग को सील कर दिया गया और उसे किया गया, लेकिन उस विग में काम करने वाले सभी कर्मचारी व अधिकारी सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए है। ऐसे में महिला डाक्टर कोरोना पाजिटिव आने के बाद उनके साथ काम करने वाले अन्य कर्मचारी डरे हुए कि कहीं वह भी कोरोना की चपेट में ना आ जाएं।
सेहत विभाग भी आने लगा कोरोना की चपेट में
वहीं कोरोना पाजिटिव मिले केसों में चिता की बात यह है कि सिविल अस्पताल बठिडा में तैनात कोविड-19 प्रोग्राम की नोडल महिला अफसर भी कोरोना की चपेट में आ गई है। इससे पहले से कर्मियों की कमी से जूझ रहे सेहत विभाग की चिता बढ़ गई है। वही उक्त दोनों लोगों के संपर्क में सिविल अस्पताल के कई डाक्टर व स्टाफ के साथ विभाग के उच्च अधिकारी भी शामिल है, कोरोना की नोडल अधिकारी होने के नाते वह हर रोज कई अधिकारियों से मीटिग तक करती थी। ऐसे में विभाग यह पता करने की कोशिश कर रहा है कि यह लोग किन-किन लोगों के संपर्क में आएं थे, ताकि उनके भी सैंपल लेकर जांच की जा सके।