पाकिस्तानी किशोर मालगाड़ी में छिपकर जम्मू से पहुंच गया ब¨ठडा
राजन कैंथ, ब¨ठडा जम्मू के आरएसपुरा के जुवेनाइल होम (बाल सुधार गृह) से 14 जनवरी को भागा पाकिस्तानी
राजन कैंथ, ब¨ठडा
जम्मू के आरएसपुरा के जुवेनाइल होम (बाल सुधार गृह) से 14 जनवरी को भागा पाकिस्तानी किशोर एनएफएल की मालगाड़ी में बैठ कर ब¨ठडा पहुंच गया। थाना थर्मल पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे अपनी हिरासत में ले लिया। उसके पकड़े जाने की सूचना थाना आरएस पुरा पुलिस को दे दी गई है। समाचार लिखे जाने तक जम्मू पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए रवाना हो चुकी थी। मंगलवार रात 10 बजे तक उसके यहां पहुंचने की संभावना है।
डीएसपी सिटी 1 गुरप्रीत ¨सह ने बताया कि किशोर की पहचान पाकिस्तान के जिला ¨भबर, तहसील सावल, गांव डूंगा पेहली निवासी अशफाक अली (15) पुत्र मलिक हुसैन के रूप में हुई। छह महीने पहले भारतीय सेना ने नौशहरा सेक्टर से भारतीय क्षेत्र में अवैध रूप से घुसते काबू किया था। पूछताछ के बाद उसे नौशहरा पुलिस के हवाले कर दिया गया। जहां पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज करके अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे बाल सुधार गृह भेज दिया।
डीएसपी गुरप्रीत ¨सह ने बताया कि अशफाक अली 14 जनवरी को जुवेनाइल होम से भाग गया था, वहां की पुलिस उसे ढूंढ रही थी। इसके लिए पुलिस ने वहां इश्तिहार भी लगाए थे। सोमवार सुबह 11 बजे जम्मू से एनएफएल पहुंची गुड्स ट्रेन की बोगियों को लोड करने के लिए मजदूरों ने उन्हें खोलना शुरू किया। उसी दौरान उन्हें एक बोगी में छिप कर बैठा अशफाक नजर आया। मजदूरों ने उसे एनएफएल के सिक्योरिटी इंचार्ज के हवाले कर दिया। सिक्योरिटी इंचार्ज की ओर से सूचना देने पर वहां पहुंची थर्मल पुलिस उसे अपनी हिरासत में लेकर थाने पहुंची।
पूछताछ में पुलिस का सहयोग नहीं कर रहा अशफाक
थाना थर्मल के एसएचओ इंस्पेक्टर शिव चंद ने बताया कि अशफाक अली पूछताछ में पुलिस का सहयोग नहीं कर रहा है। एक मंजे हुए अपराधी की तरह बार बार बयान बदल रहा है। कभी वो कहता है कि वहचौथी पास है, कभी पांचवीं पास बताता है। पूछताछ में वो खुद का आजाद कश्मीर (पाक अधिकृत कश्मीर) के जिला चंबर की तहसील समाणी का रहने वाला बता रहा है। कभी वो कहता है कि वो जम्मू के नवांशहर से रेलगाड़ी में सवार हुआ। फिर कह देता है कि जम्मू से बैठा था। बहरहाल, थाना आरएस पुरा की पुलिस को उसके बारे में जानकारी दे दी गई है। वहां के एसपी व डीएसपी भी लगातार उनके संपर्क में हैं। सब इंस्पेक्टर रमेश चंद्र अपनी टीम के साथ वहां से निकल चुके हैं। टीम के पहुंचने पर पता चलेगा कि वो वहां से किन हालातों में फरार हुआ था।