पंजाबी मा बोली मामले में 28 मार्च को होगी अगली सुनवाई
जासं, बठिंडा : पंजाबी भाषा के आदर की बहाली के लिए शुरू किए गए संघर्ष संबंधी दर्ज हुए दोनों केसों की
जासं, बठिंडा : पंजाबी भाषा के आदर की बहाली के लिए शुरू किए गए संघर्ष संबंधी दर्ज हुए दोनों केसों की सुनवाई सोमवार को अदालत में हुई। इनमें अगली पेशी के लिए दोनों मामलों की तारीख 28 मार्च रखी गई है। सुनवाई के दौरान संघर्ष कमेटी के नेता व सदस्य अदालत में उपस्थित थे।
बता दें कि विगत 4 नवंबर को मा बोली सत्कार एक्शन कमेटी ने डीसी के माध्यम से पंजाब के मुख्यमंत्री को एक माग पत्र भेजा था जिसमें माग की गई थी कि सभी दफ्तरों, सड़कों के दिशा सूचकों पर पंजाबी भाषा को पहल दी जाए। मगर जब राज्य सरकार ने उनकी माग पर ध्यान नहीं दिया तो 21 नवंबर को एक्शन कमेटी की ओर से सभी दिशा सूचकों पर गैर पंजाबी भाषा में लिखे बोर्ड पर कालिख पोत दी थी। इसके चलते एक्शन कमेटी के सदस्यों पर केस दर्ज किए गए थे। हालाकि बाद में पंजाबी को पहला दर्जा देने का एलान भी कर दिया गया था।
सोमवार एक्शन कमेटी के दल खालसा के उप प्रधान बाबा हरदीप सिंह गुरुसर महराज, तथा मालवा यूथ फेडरेशन के लखवीर सिंह लखा सिधाना उपस्थित हुए। जिसमें थाना थर्मल व थाना नेहियावाला में दर्ज हुए केस संबंधी दोनों की पेशी थी। इस अवसर पर लेखक बलजिंदर सिंह बागी, जीवन सिंह गिल कला, जगरूप सिंह विद्रोही, गुरदीप सिंह मूढी सिधाना तथा बबला शेर गिल उपस्थित थे।