Move to Jagran APP

एसडीएम दफ्तर में बांधे लावारिस पशु, की नारेबाजी

रामपुरा फूल, : लावारिस पशुओं की समस्या से परेशान होकर छह दिनों से भारतीय किसान यूनियन क्रातिकारी के

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Jan 2018 01:14 AM (IST)Updated: Tue, 30 Jan 2018 01:14 AM (IST)
एसडीएम दफ्तर में बांधे लावारिस पशु, की नारेबाजी
एसडीएम दफ्तर में बांधे लावारिस पशु, की नारेबाजी

रामपुरा फूल, : लावारिस पशुओं की समस्या से परेशान होकर छह दिनों से भारतीय किसान यूनियन क्रातिकारी के नेतृत्व में एसडीएम फूल के कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठे किसानों ने सोमवार को लावारिस पशुओं को एसडीएम कार्यालय के प्रागण में बाधकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने उक्त समस्या का फौरन समाधान न होने पर उक्त पशुओं बाजारों में छोड़ने की चेतावनी दी। दरअसल लावारिस पशुओं से परेशान किसानों ने 24 जनवरी को फूल रोड तथा आसपास के क्षेत्र में सड़कों तथा खेतों में घुम रहे 200 के करीब लावारिस पशुओं को फूल टाउन स्थित तहसील काप्लेक्स के समीप एक खाली प्लाट में एकत्र कर एसडीएम कार्यालय के समक्ष अनिश्चित कालीन धरना लगा दिया गया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने तीन दिन के अंदर समस्या का समाधान ना होने पर उक्त पशुओं को एसडीएम कार्यालय के समक्ष छोड़ने की चेतावनी दी थी। इस दौरान 27 जनवरी को प्रशासन द्वारा 60 के करीब पशुओं को रामपुरा तथा भगता भाईका स्थित गौशालाओं में भेज दिया गया तथा अन्य पशुओं को भी जल्द कहीं भेजने का भरोसा दिलाया गया। किन्तु इसके बावजूद सोमवार तक समस्या का पूरी तरह से समाधान ना होने से गुस्साए प्रदर्शनकारियों द्वारा सोमवार दोपहर उक्त पशुओं को एसडीएम कार्यालय के बाहर बाध दिया। इस दौरान यूनियन के प्रातीय अध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल, जिला अध्यक्ष प्रशोतम महिराज, बलाक कोषाध्यक्ष गुरजंट सिंह दंदीवाल, ढपाली ईकाई के अध्यक्ष गुरमीत सिंह ढपाली तथा फूल ईकाई के अध्यक्ष जगगा सिंह लधड़ ने कहा कि गत लंबे समय से प्रशासन द्वारा लावारिस पशुओं की समस्या करने की बजाय टालमटोल वाली नीति अपनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि लावारिस पशु ना सिर्फ खेतों में घुसकर उनकी फसलों को खराब कर रहे हैं बल्कि सड़क हादसों का कारण भी बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि समस्या का फौरी समाधान ना होने पर वे उक्त स्कूलों को बाजारों तथा सड़कों पर छोड़ने को मजबूर होंगे।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.