जागरुकता कैंप में स्वाइन लू से बचाव संबंधी दी जानकारी
जासं,ब¨ठडा : सेहत विभाग ब¨ठडा के सहयोग के साथ रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से स्थानीय रेडक्रॅास भवन में स्
जासं,ब¨ठडा : सेहत विभाग ब¨ठडा के सहयोग के साथ रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से स्थानीय रेडक्रॅास भवन में स्वाइन लू से बचाव संबंधी जागरुकता कैंप लगाया गया। इसमें सिवल अस्पताल से पहुंचे डॉ. र¨वदर व एसआइ केवल ने विभिन्न गाँवों से पहुँचे 80 के करीब नौजवानों को स्वाइन लू फैलने के कारणों, चिन्ह और लक्षणों और इससे बचाव संबंधी सावधानियों के बारे में जानकारी दी। सिविल सर्जन डॉ. एचएन ¨सह की अगुआई में सिविल अस्पताल से पहुँचे डॉ. र¨वदर ने बताया कि स्वाइन लू एच-1 एन-1 नाम के एक विषाणु के कारण होता है जो कि साँस के द्वारा एक प्रभावित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। उन्होंने बताया कि इस के लक्षणों में तेज बुखार, खाँसी और जुकाम, छींकें आनी या नाक बहना, गले में दर्द, साँस लेने में तकलीफ, दस्त और शारीरिक कमजोरी हो सकती है। इससे बचने के लिए मरीज के साथ हाथ मिलाना, गले मिलना या किसी तरह का शारीरिक संपर्क नहीं करना चाहिए। बिना डाक्टरी जांच से दवा नहीं लेनी चाहिए और बाहर खुले में जगह-जगह थूकना नहीं चाहिए। फर्स्ट एड ट्रेनर नरेश पठानिया ने कहा कि स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए छींकने या खांसते समय मुँह ढक कर रखना चाहिए। प्रभावित व्यक्तियों से एक मीटर की दूरी बनाकर रखनी, शारीरिक अंगों को छूने से पहले ओर बाद में हाथों को अच्छी तरह धोना चाहिए और तनाव मुक्त हो कर पूरी नींद लेनी चाहिए। सचिव रेडक्रॉस अतिरिक्त प्रभार नवीन गडवाल ने कहा कि रेडक्रास सोसायटी सेहत संभाल, रोगों की रोकथाम ओर दुख कलेश को कम करने के अपने उदेश्यों के अंतर्गत सेवाएं प्रदान कर रही है।