आंगनबाड़ी वर्कर्स ने रैली निकाल जताया विरोध
संस, ब¨ठडा आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन पंजाब (सीटू) ने ब¨ठडा में जिला इंचार्ज चरनजीत कौर मानसा की अगुआ
संस, ब¨ठडा
आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन पंजाब (सीटू) ने ब¨ठडा में जिला इंचार्ज चरनजीत कौर मानसा की अगुआई में देशव्यापी धरने को सफल बनाने और अपनी जायज मांगों के लिए सीटू के निमंत्रण पर देशव्यापी हड़ताल में भाग लिया। आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन की ओर से प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री के नाम एक मांगपत्र भेजा गया। यूनियन के नेताओं ने संबोधन करते हुए बताया कि आज के ¨हदुस्तान में सबसे ज्यादा स्कीम वर्कर्ज का सोषण हो रहा है जिसमें 27 लाख आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर आइसीडीएस के अधीन आते हैं। यह सब 0 से 6 वर्ष तक होने वाली मौत दर, पोलियो जैसी बीमारियों पर कंट्रोल करने में भूमिका निभाती है। लेकिन आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर थोड़े से मान भत्ते में काम करने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि सत्ता में आने से पहले मोदी की अगुआई वाली एनडीए सरकार ने अच्छे दिनों के बहुत बडे़-बड़े वादे किए थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद एनडीए सरकार ने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने चुनाव मेनीफेस्टों में आइसीडीएस स्कीम को मजबूत करके वर्करों और हेल्परों के मान भत्ते में बढ़ावा करने का वादा किया था लेकिन तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी मान भत्ते में कोई बढ़ावा नहीं किया गया। उन्होंने मांग की कि 45वीं कांफ्रेंस में जो सिफारिशें की हैं उन्हें लागू किया जाए और 1800 वर्कर और 10 हजार हेल्परों को वेतन दिया जाए। समाजिक सुरक्षा का लाभ देते हुए 3000 रुपये पेंशन और ग्रेचुएटी का प्रबंध किया जाए। इन मांगो के अलावा पिछले तीन माह से वर्कर और हेल्पर को वेतन नहीं मिला और न ही 3 वर्षो से सेंटरों का किराया मिला। वहीं, यूनियन की ओर से जिला कार्यक्रम अधिकारी को मांग पत्र दिया कि आंगनबाड़ी सेंटरों में काफी मुश्किलें आ रही हैं, लेकिन अभी तक किसी भी मुश्किल का हल नहीं हुआ। वहीं, दफ्तर की ओर से नई से नई रिपोर्ट मांगी जा रही है, लेकिन जितना टाइम वर्करों और हेल्परों को वेतन नहीं दिया उतना टाइम इन रिपोर्ट का साफ बायकाट किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगे जल्द से जल्द निपटारा न किया जो जिला कार्यक्रम अधिकारी और सीडीपीओ के सामने धरना दिया जाएगा। इस अवसर पर परमजीत कौर, प्रतिभा, मक्खन, अमरजीत कौर, जस¨वदर कौर , किरण रामपुरा, भू¨पदर कौर, वीरपाल कौर, राज¨वदर कौर आदि उपस्थित थे।