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दो युवकों से एमईएस ब्रांच में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 13 लाख ठगे, पांच पर केस दर्ज

सैनिक छावनी की एमईएस ब्रांच में दो युवकों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर पांच लोगों ने 13 लाख रुपये की ठगी की है। पैसे वसूल करने के बाद जब नौकरी ज्वाइन करवाने का दबाव बनाया गया तो आरोपितों ने जाली अप्वाइटमेंट लेटर बनाकर पीड़ित युवकों को थमा दिए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Mar 2021 04:55 PM (IST)Updated: Thu, 04 Mar 2021 04:55 PM (IST)
दो युवकों से एमईएस ब्रांच में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 13 लाख ठगे, पांच पर केस दर्ज
दो युवकों से एमईएस ब्रांच में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 13 लाख ठगे, पांच पर केस दर्ज

जासं, बठिडा : सैनिक छावनी की एमईएस ब्रांच में दो युवकों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर पांच लोगों ने 13 लाख रुपये की ठगी की है। पैसे वसूल करने के बाद जब नौकरी ज्वाइन करवाने का दबाव बनाया गया, तो आरोपितों ने जाली अप्वाइटमेंट लेटर बनाकर पीड़ित युवकों को थमा दिए। इसे लेकर पीड़ित युवक नौकरी ज्वाइन करने के लिए एमईएस ब्रांच में पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि विभाग की तरफ से कोई भी लेटर जारी नहीं किया गया है। लेटर फर्जी है। इसके बाद पीड़ित युवकों ने अपने साथ हुई इस धोखाधड़ी की शिकायत एसएसपी बठिडा को दी गई थी। फिलहाल आरोपित लोगों की गिरफ्तारी होनी बाकी है।

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थाना कैंट पुलिस के पास विक्रम सिंह वासी गांव गधिया हाईवे ने शिकायत देकर बताया कि आरोपित राजिदर सिंह वासी वडवाली खुर्द जिला मैनपुरी यूपी, मुकेश कुमार वासी हदालपुर, जिला हाथरस यूपी, राहुल कुमार, प्रदीप कुमार श्रीवास्तव व मनोज कुमार ने उससे संपर्क किया व कहा कि सैनिक छावनी में अफसरों के साथ उनकी अच्छी जान पहचान है व दिल्ली हेडक्वार्टर में उसे जानते हैं। इसमें वह उसे नौकरी लगवा सकता है। इस दौरान उक्त लोगों पर विश्वास कर उसने अपने दोस्त विवेक चौहान की बात कर ली व दोनों को नौकरी दिलवाने के नाम पर उक्त जालसाजों ने उससे 13 लाख रुपये की मांग रखी। उक्त राशि उन्होंने फिजिकल टेस्ट के बाद उक्त लोगों को दे दी। इसके बाद काफी समय बीतने पर भी उक्त लोगों ने जब नौकरी नहीं लगवाई, तो उन्होंने कार्रवाई की धमकी दी। इस दौरान उन्होंने दोनों को एक लेटर दिया, जिसमें एमईएस की जाली मोहर लगी थी व उन्हें ज्वाइन करने के लिए कहा गया था। जब वह लैटर लेकर दफ्तर में गए तो उन्हें बताया गया कि उनका नाम सरकारी रिकार्ड में नहीं हैं, बल्कि जो लेटर उन्हें दिया गया है वह जाली है। इसके बाद उन्होंने आरोपित लोगों से पैसे वापस करने की मांग की, तो उन्होंने कहा कि उनका काम लेटर जारी करवाना था। इसमें अब वह कुछ नहीं कर सकते हैं। मामले में जालसाजी का शिकार हुए दोनों ने पुलिस के पास लिखित शिकायत दी, जिसमें आरोपित लोगों पर केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी गई है।


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