हिंदू सीट बरनाला में शिअद की स्थिति जीरो, पार्टी को संभालने वाला चाहिए कोई नया हीरो
जिला बरनाला में बेशक राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा व कांग्रेसी नेता केवल सिंह ढिल्लों को लोकसभा के चुनाव में हलके के लोग बुरी तरह से नकार चुके है
हेमंत राजू, बरनाला :
लोकसभा हल्का संगरूर के तहत आता जिला बरनाला में बेशक राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा व कांग्रेसी नेता केवल सिंह ढिल्लों को लोकसभा के चुनाव में हलके के लोग बुरी तरह से नकार चुके है। बात यही खत्म नहीं होती अबकी बार तो लोंगों ने उनके बेटे व पूर्व वित्तमंत्री विधायक परमिदर सिंह ढींडसा को भी हराकर शिअद से मुंह मोड़ लिया था। बेशक अकाली दल से अलग होकर इन दोंनों पिता-पुत्रों ने अपनी शिअद डेमोक्रेटिक पार्टी बनाई जिसकी जिला बरनाला के कई कस्बों में पकड़ मजबूत बनी हुई है, ऐसे हालात में वह तो जीतेंगे या नही यह तो समय के गर्भ में है, परंतु शिअद बादल के लिए मुश्किल जरूर खड़ी कर देंगे। अब ऐसे हालत में शिअद को निश्चित तौर पर राजनीतिक नुक्सान हो सकता है। ऐसा कोई भी दमदार नेता नही है जो कि शहर बरनाला के शहरी हिंदू व्यापारियों में अच्छी पहुंच रखता हो। अगर पार्टी को जिले की तीनों पर जीत चाहिए तो उसे हिन्दू वोट बैंक को कैश करने के लिए हिन्दू प्रत्याशी बनाना चाहिए।
फरवाही बाजार में बंद हो चुका है शिअद का दफ्तर
शिअद ने कुलवंत सिंह कांता को अपना प्रत्याशी एलान के बाद टिकट के दावेदार शिअद यूथ के प्रदेश मीत प्रधान दविदर सिंह बीहला मायूस होकर ग्रीन एवन्यू व फरवाही बाजार में अपने दफ्तर बंद कर के शांत हो चुके हैं। अब वे हलका भदौड़ व हलका महलकलां में शिअद के काम में जुट गए हैं, हालांकि केवल इंटरनेट मीडिया पर ही वे खुद को लोगों के बीच साबित कर रहे हैं, परंतु विधानसभा हलका बरनाला सीट हिंदू वोट बैंक है व यहां से शिअद बादल की राजनीतिक डगर मुश्किल लग रही है, क्योंकि शिअद को किसान संगठन गांवों में नहीं आने दे रहे। ऐसी स्थिति में अब शिअद की नैया शहरी वोटर ही पार लगा सकते हैं।
तीनों सीटों पर 'आप' के विधायक
उल्लेखनीय है कि पंजाब में सरकार कांग्रेस की है व लोकसभा सांसद आम आदमी पार्टी के भंगवत मान। वहीं विधान सभा की तीनों सीटों पर आम आदमी पार्टी के ही विधायक हैं।