कर्ज चुकाने के लिए भेजे गए नोटिस की कापी फूंकी
निजी कंपनियों द्वारा कर्ज की किस्तें चुकाने के लिए भेजे गए नोटिस की कापी फूंकी।
जागरण संवाददाता, बरनाला :
निजी कंपनियों द्वारा कर्ज की किस्तें चुकाने के लिए भेजे गए नोटिस के विरोध में सीपीआइएमएल लिबरेशन के नेतृत्व में कस्बा महलकलां के बस स्टैंड के समक्ष महिला मजदूरों ने केंद्र सरकार व निजी कंपनियों के खिलाफ नोटिस की कापियां फूंक कर रोष प्रदर्शन किया। इस अवसर पर कामरेड गुरप्रीत सिंह रुड़ेके ने कहा कि अगर केंद्र सरकार बड़े उद्योगपतियों के अरबों का कर्ज माफ कर सकती है तो केंद्र व राज्य सरकारों ने गरीब के सरकारी व गैर-सरकारी कर्ज को माफ करने का वादा भी किया था, जो आज तक माफ नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि किसान संगठन एक मंच पर एक साथ आ सकते हैं और किसानों के हितों के लिए लड़ सकते हैं, तो मजदूरों के अधिकारों के लिए हम सभी को मंच पर आकर प्राइवेट कंपनियों के खिलाफ रोष प्रदर्शन कड़ा करना होगा व सरकार इस कर्ज को माफ करवाएं। इस अवसर पर जिला महासचिव यूनियन नेता भोला सिंह कलाल माजरा, हरजिदर सिंह हमीदी, जग्गा सिंह गुरम, परमजीत कौर ठीकरीवाला, मनदीप कौर आदि ने भी संबोधित किया। इस मौके पर वक्ताओं ने कह कि एक तरफ तो सरकारें लोगों को सुविधाएं देने के दावे करती हैं, वहीं दूसरी तरफ कई तरह की पेरशानी पैदा करती रहती हैं, कोरोना के चलते कामकाज तो पहले ही नहीं है, अब इस तरह की कार्रवाई कर रही है, जिससे गरीबों की परेशानी काफी बढ़ गई है, इस समय घर चलाना मुश्किल हो रखा है, ऐसे में कर्ज वसूली गले की फांस बन गई है, सरकार को इस पर रोक लगाना चाहिए।