बरसात ने बढ़ाई ठंड, लोग घरों में दुबके
जिला संगरूर व बरनाला में बेमौसमी हो रही बारिश ने सर्दी में और भी इजाफा कर दिया है।
जागरण संवाददाता, बरनाला
जिला संगरूर व बरनाला में बेमौसमी हो रही बारिश ने सर्दी में और भी इजाफा कर दिया है। न्यूनतम तापमान गिरने से ठिठुरन बढ़ गई है। सर्दी से बचने के लिए लोग गर्मी वस्तुओं व अलाव का सहारा ले रहे हैं। बुधवार को संगरूर का अधिकतम तापमान 16 व न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस इसी तरह बरनाला का अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार आगामी तीन-चार दिन मौसम इसी तरह रहने से ठंड में और भी इजाफा होने के आसार हैं। उन्होंने लोगों को कपड़े पहनकर रखने, लोई ओढ़कर ही बाहर निकलने व अलाव सेंकने की सलाह दी है।
बरनाला में दोपहर बाद हल्की बूंदों के साथ हो रही बारिश ने लोगों को घरों में दुबकने को मजबूर कर दिया। दोपहर को शुरू हुई बूंदाबांदी रुक-रुककर दिनभर होती रही। दिन-प्रतिदिन पारा गिरता जा रहा है। लोग ठंड से बचने को अपने घरों में कैद होने लगे हैं। बारिश व ठंड के कारण दिनभर सड़कों पर लोगों की आवाजाही कम रही। रोड पर वही लोग दिखाई दिए जो या तो अपने कार्याें के लिए घरों से निकले हुए था या जिन्हें कोई मजबूरी थी। शाम ढलते ही बाजारों में सन्नाटा पसरने लगा। दिहाड़ी पर काम करने वाले व रिक्शा चलाने वाले लोग लकड़ी व कोयले की जुगाड़ करके अलाव सेंक ठंड से राहत पाने में जुटे रहे।
मौसम का मिजाज बदलने से शहर से लेकर गांव तक ठंड बढ़ गई है। लोग जैकेट, स्वेटर, शॉल, मफलर, टोपी व कोर्ट पहनकर अपने शरीर को ठंड से बचाने की कोशिश करते दिखाई पड़ रहे हैं। बारिश के चलते लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ठंड से बचाव के लिए अधिकांश जगहों पर लोग दिन में ही अलाव जलाकर तापते नजर आए। किसानों के माथे पर चिता की लकीरें खींच दी हैं। किसानों ने बताया कि गेहूं, सरसों के अलावा अन्य फसलों को कुछ फायदा हो सकता है लेकिन मसूर, आलू, बैंगन, टमाटर, मिर्चा समेत अन्य फसलों को नुकसान होने का अंदेशा है। ठंड के प्रकोप व धूप न निकलने से पशुओं को भी परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है।