आरबीएसके योजन के तहत बच्चों को मिल रहा मुफ्त इलाज : डीसी
बरनाला : राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना के तहत जरूरतमंद बच्चों को फ्री इलाज मुहैया करवाने में वरदान साबित हो रही है, क्योंकि इसके तहत अब तक 1246 बच्चों को फ्री इलाज की सुविधा मुहैया करवाई जा चुकी है।
जागरण संवाददाता, बरनाला : राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना के तहत जरूरतमंद बच्चों को फ्री इलाज मुहैया करवाने में वरदान साबित हो रही है, क्योंकि इसके तहत अब तक 1246 बच्चों को फ्री इलाज की सुविधा मुहैया करवाई जा चुकी है।
उक्त बात डीसी बरनाला तेज प्रताप ¨सह फुलका ने बताया कि सेहत विभाग पंजाब के नेशनल हैल्थ मिशन के तहत जिला बरनाला में आरबीएसके (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) स्कीम अधीन सरकारी स्कूलों व आगणबाड़ी सेंटरों में पढ़ते 0 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के 30 विभिन्न बीमारियों के फ्री इलाज के लिए मोबाइल टीमें बनाईं गई हैं, जो स्कूलों व आगणबाड़ी सेंटरों में जाकर बच्चों का चेकअप व जरूरत पड़ने पर उपयुक्त इलाज भी करवाते हैं। उन्होंने बताया कि जिले के सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ते पहली से 12वीं कक्षा तक के 6 से 18 साल के बच्चे व आगणबाड़ी सेंटरों में दर्ज 6 सप्ताह से 6 वर्ष तक के बच्चे इस स्कीम के तहत फ्री इलाज के हकदार हैं।
सिवल सर्जन डॉ. जुगल किशोर ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के लिए जिले में आरबीएसके की कुल 6 टीमों द्वारा अप्रैल से जनवरी 2019 तक आगणबाड़ी सेंटरों के 69584 आगणबाड़ी बच्चों व 57124 विद्यार्थियों का फ्री चेकअप किया। उन्होंने बताया कि आरबीएसके कार्यक्रम के तहत 30 विभिन्न बीमारियां जैसे शारीरिक कमियां, बचपन की बीमारियां में वृद्धि में देरी के लिए बीमारियों से पीड़ित 920 स्कूली विद्यार्थियों व 311 आगणबाड़ी के बच्चों का फ्री इलाज करवाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत दिल की बीमारियों के 34 बच्चों को पीजीआई, फोर्टिस मोहाली, डीएमसी, सीएमसी लुधियाना में रैफर किया, जिनमें से 15 बच्चों की दिल की सर्जरी भी करवाई गई है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही 52 ओर बच्चों को इलाज के लिए सरकारी मेडिकल कालेज फरीदकोट में रेफर किया गया है। उन्होंने बताया कि आरबीएसके टीमों द्वारा बच्चों को शरीर की सफाई व संभाल करने, अच्छा भोजन खाने, आयरन फोलिक की गोलियां खाने व मच्छरों से बचने के लिए सावधानियां रखने संबंधी भी शिक्षा दी जाती है।