31 जनवरी को रोष प्रदर्शन करेगा संयुक्त किसान मोर्चा
भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा द्वारा केंद्र व राज्य से संबंधित किसानों की मांगों को लेकर शुक्रवार को स्थानीय अनाज मंडी में जुझार रैली के नाम अधीन किसानों व मजदूरों की सभा की गई।
संजीव बिट्टू, बरनाला : भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा द्वारा केंद्र व राज्य से संबंधित किसानों की मांगों को लेकर शुक्रवार को स्थानीय अनाज मंडी में जुझार रैली के नाम अधीन किसानों व मजदूरों की सभा की गई। किसान आंदोलन में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि भेंट करने के लिए संगठन का झंडा झुकाकर श्रद्धांजलि दी गई।
भारतीय किसान यूनियन डकौंदा के प्रधान बूटा सिंह बुर्जगिल ने कहा कि अभी किसानों के संघर्ष के एक पड़ाव में जीत हासिल की है। खेती को लाभदायक कार्य बनाने के लिए युद्ध लंबा व कठिन होने वाला है। संघर्ष के बिना हालातों में कोई सुधार नहीं हो सकता।
यूनियन के महासचिव जगमोहन उप्पल ने कहा कि आजकल पंजाब में चुनावों का माहौल है कितु हमें इस माहौल में भी अपने असली लक्ष्य को भूलना नहीं चाहिए। किसान आंदोलन की जो मांगें शेष हैं उसके लिए संयुक्त किसान मोर्चे ने 31 जनवरी को वादा खिलाफी के तौर पर मनाने का आह्वान किया है।
यूनियन के सीनियर उप प्रधान मनजीत धनेर ने पंजाब सरकार को चेतावनी देते कहा कि वह अपने वादे अनुसार किसानों-मजदूरों के सभी कर्ज माफ करे नहीं तो किसानों के तीखे संघर्ष का सामना करने के लिए तैयार रहे। गुरदीप सिंह रामपुरा, गुरमीत सिंह भट्टीवाल, राम सिंह, बलवंत सिंह उप्पली, कुलवंत सिंह, लछमण भागीवांदर, बलजीत कौर, सीरा महंत बठिडा, एडवोकेट बलवीर कौर मीमसा, अमरजीत कौर ने स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट लागू करवाने, बिजली एक्ट 2020 रद करवाने, जनतक वितरण प्रणाली को मजबूत करने आदि मांगों पर चर्चा की। दर्शन सिंह उगोके, बलदेव सिंह भाईरूपा, कर्म सिंह बलियाल, गुरमेल सिंह, अंग्रेज सिंह, धर्मपाल सिंह, हरनेक सिंह, हरीश नड्ढा, महिदर सिंह, सुखचैन सिंह, परविदर सिंह ने कहा कि रैली साम्राज्य नीतियों के खिलाफ संघर्ष को तेज करने के लिए की गई है।