कानून अच्छे थे, कुछ किसानों को समझा नहीं सके का राग अलापना बंद करे सरकार
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एमएसपी की गारंटी वाला नया कानून बनाने सहित अन्य मांगों को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में शुरू किया धरना शनिवार को 430वें दिन भी जारी रहा।

जागरण संवाददाता, बरनाला
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एमएसपी की गारंटी वाला नया कानून बनाने सहित अन्य मांगों को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में शुरू किया धरना शनिवार को 430वें दिन भी जारी रहा। वक्ताओं ने कहा कि भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री लगातार यह बयान दे रहे हैं कि तीनों खेती कानून अच्छे थे, बस कुछ किसानों को समझा नहीं सके। यह बात बार-बार दोहराना ठीक नहीं है। असल में सरकार ने अपने कारपोरेट पक्षीय एजेंडे को नहीं छोड़ा है बल्कि किसान आंदोलन के दबाव अधीन कुछ समय आगे डाल दिया है। सरकार भविष्य में ऐसे कृषि कानून अन्य पालिसी के तहत लागू कर सकती है, जिस संबंधी चौकस रहने की जरूरत है। वक्ताओं ने पंजाब के एक भाजपा नेता के उस बयान की निदा की जिसमें उसने कहा था कि केवल देश की सरहदों पर शहीद होने वालों को शहीद कहा जा सकता है। आंदोलन के दौरान जान गंवाने वालों को शहीद नहीं कहा जा सकता। ऐसे बेतुके बयान देकर भाजपा नेता शहीदों का अपमान न करे। करनैल सिंह, बलजीत सिंह, परमजीत कौर, गुरनाम सिंह, अमरजीत कौर, कुलवंत सिंह, प्रेमपाल कौर, साहिब सिंह ने कहा कि वह किसी को भी आंदोलनकारियों की अपमान करने की इजाजत नहीं देंगे। पत्ती रोड़ बरनाला की संगत ने खीर के लंगर की सेवा निभाई। प्रेमपाल कौर, बलदेव सिंह, नरिदराल सिगला ने कविता सुनाई।
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