बरनाला में किसानों का पक्का मोर्चा 258वें दिन भी जारी
केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीन कृषि कानून को रद करवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रेलवे स्टेशन बरनाला के बाहर पार्किंग समक्ष लगाया गया संयुक्त किसानों का रोष धरना मंगलवार को 258वें दिन भी जारी रहा।
संवाद सहयोगी, बरनाला
केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीन कृषि कानून को रद करवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रेलवे स्टेशन बरनाला के बाहर पार्किंग समक्ष लगाया गया संयुक्त किसानों का रोष धरना मंगलवार को 258वें दिन भी जारी रहा। मंगलवार को धरने में महान साहित्यकार अजमेर सिंह औलख को श्रद्धांजलि भेंट करके की गई। महबूब नाटककार अजमेर सिंह औलख ने पूरी उम्र दबे कुचले लोगों के दुख-तकलीफों की बात की।
धरने को संबोधित करते बलवंत सिंह उप्पली, करनैल सिंह गांधी, मनजीत राज, गुरनाम सिंह ठीकरीवाला, हरचरण सिंह चन्ना, गुरदर्शन सिंह, गुरचरण सिंह, गोरा सिंह, चरणजीत कौर, प्रेमपाल कौर, बलजीत सिंह, मेला सिंह कट्टू ने कहा कि किसान संगठनों से हुई 11 दौर की बैठक दौरान सरकार ने बिजली संशोधन बिल 2020 व पराली जलाने संबंधी आर्डीनेंस को वापस लेने संबंधी सहमति प्रकट की कितु अब सरकार ने राज्य सरकार को एक पत्र लिखा है। जिसके अनुसार यदि राज्य सरकार स्टेट जीडीपी 0.5 प्रतिशत अन्य कर्जा लेना चाहती है तो बिजली संशोधन लागू करना पड़ेगा। यह बिजली संशोधन बिल 2020 लागू करने के लिए राज्य सरकारों को दिया लालच है। जिस बिल को वापस लेने के लिए केंद्र सरकार सहमत हो चुकी थी, उसी बिल को गलत ढंग से लागू करने की कोशिश करना गलत है। संयुक्त किसान मोर्चो केंद्र सरकार की इस घटिया साजिश की निदा करता है व राज्य सरकार को चेतावनी देता है कि वह केंद्र सरकार की इस साजिश का शिकार न हो व इस पत्र को रद्दी की टोकरी में फेंके। राजविदर सिंह मली व जगदीश सिंह ठुल्लीवाल ने इंकलाबी गीत पेश किए।