10 वर्ष से बंद पड़ी है कोआप्रेटिव सोसायटी
हेमंत राजू, बरनाला प्रदेश सरकार ने गांव में किसानों की सुविधा के लिए कोआप्रेटिव सोसायटियों स्थापित की थी, जिससे किसानों को अपने गांव में ही हर तरह की सुविधा मिल सकें, लेकिन विभाग की लापरवाही कारण जिला बरनाला के गांव गुरम में कोआप्रेटिव सोसायटी की इमारत खस्ता हो रही है।
हेमंत राजू, बरनाला
प्रदेश सरकार ने गांव में किसानों की सुविधा के लिए कोआप्रेटिव सोसायटियों स्थापित की थी, जिससे किसानों को अपने गांव में ही हर तरह की सुविधा मिल सकें, लेकिन विभाग की लापरवाही कारण जिला बरनाला के गांव गुरम में कोआप्रेटिव सोसायटी की इमारत खस्ता हो रही है। जिले के गांव गुरम के सरपंच राजविन्दर ¨सह ने बताया कि यह लगभग 10 वर्ष से बंद पड़ी है। इस सोसायटी के साथ जिले के दो गांव गुरम व गुंमटी के किसान जुड़े हुए थे। दोनों गांव के किसानों को इस सोसायटी का बहुत फायदा था। सोसायटी के बंद हो जाने के कारण किसानों को 10 वर्ष से कोई भी सुविधा नहीं मिली है। जिससे दो गांव के किसानों को बहुत बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ता है। विभाग से मिली जानकारी अनुसार सोसायटी में साढ़े चार लाख रुपये का गबन हुआ है। इस सोसायटी का कुल घाटा 1 करोड़ से भी अधिक बनता है। दूसरी तरफ गांव गुरम तो गुंमटी के किसानों पूर्व सरपंच गुरमेल ¨सह, कुलदीप ¨सह मेंबर, जगराज ¨सह, जगतार ¨सह ढिल्लों, गुरदीप ¨सह गुरम नेताओं ने सरकार के पास से मांग की है कि इस बंद पड़ी सोसायटी को फिर से चालू किया जाए, जिससे किसान इस सोसायटी से सुविधाएं लेकर अपना काम सुचारू ढंग से चला सकें।
सोसायटी को चलाने में सहयोग किया जाएगा :डिप्टी रजिस्ट्रार
इस संबंध में डिप्टी रजिस्ट्रार जितेंदरपाल ¨सह चहल ने कहा कि इस सोसायटी में 1999 में 4.50 लाख रुपये का गबन अमनदीप ¨सह नाम के व्यक्ति ने किया था। जिस कारण यह सोसायटी बंद पड़ी है और सोसायटी का घाटा एक करोड़ रुपये का है। दोनों गांव के लोग उनके साथ संपंर्क करें व वह इसको चलाने के लिए उनका सहयोग जरूर करेंगे।