श्री गुरु गोबिन्द ¨सह जी की कुर्बानियों को भुलाया नहीं जा सकता : लोंगोवाल
श्री गुरु गोबिन्द ¨सह जी की कुर्बानियों को कभी भुलाया नहीं जा सकता-लौंगोवालश्री गुरु गोबिन्द ¨सह जी की कुर्बानियों को कभी भुलाया नहीं जा सकता-लौंगोवालश्री गुरु गोबिन्द ¨सह जी की कुर्बानियों को कभी भुलाया नहीं जा सकता-लौंगोवालश्री गुरु गोबिन्द ¨सह जी की कुर्बानियों को कभी भुलाया नहीं जा सकता-लौंगोवालश्री गुरु गोबिन्द ¨सह जी की कुर्बानियों को कभी भुलाया नहीं जा सकता-लौंगोवाल
संवाद सूत्र धनौला, बरनाला :
श्री गुरु गोबिन्द ¨सह ने श्री आनंदपुर साहिब जी की धरती पर सजाए खालसा की एक अलग पहचान बन चुकी है, जो देश विदेश में सिखी को कायम रखते हुए उच्च पद प्राप्त कर चुके हैं। यह बात शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिन्द ¨सह लोंगोवाल ने गुरु द्वारा शहीद बाबा नत्था ¨सह में बाबा अजैनौनेहाल ¨सह द्वारा श्री गुरु गोबिन्द ¨सह के प्रकाश पर्व को लेकर रखे समारोह में शामिल करने के उपरांत संगत को संबोधित करते हुए कही।
इस मौके पर भाई लोंगोवाल ने कहा कि श्री गुरु गोबिन्द ¨सह जी की द्वारा की गई कुर्बानियों को कभी भुलाया नहीं जा सकता, क्योंकि जब जरूरतमंद लोगों व पंडितों पर हो रहे अत्याचार खिलाफ गुरु जी ने पहली कुर्बानी अपने पिता जी की दी थी। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिन्द ¨सह ने धर्मों की रक्षा के लिए ओर कोई आगे नहीं आया था, परन्तु गुरु ने अपने परिवार की कुर्बानी धर्मों की रक्षा व बैसाखी वाले दिन ऐसी फौज की स्थापना की व सबसे अधिक कुर्बानियां दी हैं। उन्होंने संत हरचन्द ¨सह लोंगोवाल, पूर्व मुख्य मंत्री सुरजीत ¨सह बरनाला का जिक्र करते हुए कहा कि गुरुद्वारा शहीद बाबा नत्था ¨सह में उन की बहुत ही श्रद्धा थी लोंगोवाल ने गुरुद्वारा साहिब के गद्दी नशीन बाबा अजैनौनेहाल ¨सह, मुख्य प्रबंधक गुरनाम ¨सह, जत्थेदार सुखवंत ¨सह धनौला द्वारा रखे समारोह की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम के साथ युवकों में जागृति पैदा होती है।
इस अवसर पर शिअद के हलका इंचार्ज प्रधान कुलवंत ¨सह कंता, दर्शन ¨सह मंडेर, जत्थेदार नेहाल ¨सह उप्पली, मुकेश शर्मा, अवतार ¨सह काहलों, गुरजंट ¨सह आदि उपस्थित थे।