शहर की तमाम सड़कों-गलियों पर लावारिस पशु, प्रशासन बना मूकदर्शक
शहर की मुख्य सड़को से लेकर लिक सड़को बाजारों गली-मोहल्लों में बेसहारा पशुओं का आंतक बढ़ रहा है जिससे शहर के लोग राहगीर व स्कूलों में जाने वाले बच्चे परेशान हैं।
हेमंत राजू, सोनू उप्पल बरनाला
शहर की मुख्य सड़को से लेकर लिक सड़को, बाजारों, गली-मोहल्लों में बेसहारा पशुओं का आंतक बढ़ रहा है, जिससे शहर के लोग, राहगीर व स्कूलों में जाने वाले बच्चे परेशान हैं। गौर हो कि पुराना बाजार, किला मोहल्ला, सुपरडेंटी मोहल्ला, 25 एकड़ टोबा स्कीम, स्टेडियम रोड, पक्का कॉलेज रोड, कच्चा कॉलेज रोड, सदर बाजार, फरवाही बाजार, हंडिआया बाजार, 40 फुटी गली में दिन के समय दो से चार बेसहारा पशु घूम कूड़े के ढेर में मुंह मार रहे हैं। रात को एक से दो दर्जन लावारिस पशुओं का झुंड सड़को के बीच भगदड़ करता व बीच सड़क बैठा पाया जाता है। जिस कारण दिन के समय तो राहगीर किसी ना किसी तरीके से बचाव कर गुजर जाते हैं, लेकिन स्कूलों में आने जाने वाले बच्चों को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। हकीकत तो इस कदर है कि रात के समय घर से निकलना व बाहर से घर तक पहुंचना मौत के मुंह में जाना व मौत का सामना करने के बराबर है। रात को सावधानी से गुजरना पड़ता है व थोड़ी सी नजर हटी तो दुर्घटना घटी वाली बात है। मगर रात के अंधेरे काले रंग का बेसहारा पशु दिखाई ना देने व बीच सड़क बैठा होने के कारण दोपहिया वाहन चालक हादसे का शिकार हो रहे हैं व अब तक दो मौत का शिकार हो चुके हैं।
इन रास्तों से गुजरते हैं करीब हजारों वाहन
गौर हो कि शहर के इन रास्तों में सैकड़ों दुकानों व घनी आबादी वाला क्षेत्र सहित सरकारी संस्थान व शिक्षा संस्थान होने के कारण प्रतिदिन व रात को करीब 50 हजार वाहनों का आना जाना लगा रहता है। इस रास्ते में दिन के समय भी बेसहारा पशु सड़कों के किनारे व गंदगी के ढेर पर इकट्ठे पाए जाते हैं, जिससे पशु एकदम से खड़ा होने से वाहन चालक अपना संतुलन खौ बैठता है व सामने से आने वाला वाहन टकरा जाता है। वहीं, सड़क के बीच चलने फिरने के कारण यातायात बाधित हो रहा है व राहगीर परेशान होते हैं।
इन जगहों पर है सरकारी व निजी संस्थान
पक्का कॉलेज रोड पर नेहरू चौक में डाकघर, पंजाब एंड सिद्ध बैंक, सरकारी होस्टल स्कूल, तीन पैट्रोल पंप, एसबीआइ, एचडीएफसी, एयू, केपीटल बैंक, मदर टीचर स्कूल, श्री आदि शक्ति मंदिर, श्री शक्ति कला मंदिर, प्राचीन गोशाला, राधा कृष्ण मंदिर, पीडब्ल्यूडी उपमंडल दफ्तर, सीवरेज विभाग दफ्तर मौजूद हैं। इसके अलावा कच्चा कॉलेज रोड पर एसडी कॉलेज, प्ले वे स्कूल, करीब तीन से चार जिम, तीन प्राइवेट बैंक, वाल्मीकि मंदिर, बीएसएनएल एक्सचेंज, निरकांरी भवन, सन फ्लावर स्कूल, तीन बड़े मॉल, दो बड़े पार्क, निराले बाबा मंदिर, एजुकेशन प्वाइंट, ट्यूशन सेंटर, आइलेट्स सेंटर, फरवाही बाजार, हंडिआया बाजार, सदर बाजार में व्यावसायिक क्षेत्र, घनी आबादी वाला 40 फूटी गली शामिल हैं। जिला प्रशासन की तरफ से मनाल गोशाला व हंडिआया में पशुओं के लिए प्रबंध किए गए हैं। इसके बाद लावारिस पशु छोड़ने की मुहिम चला लोगों को समस्या से निजात दी जाएगी, लेकिन वह अपने स्तर पर कुछ नहीं कर सकते हैं।
संजीव शौरी, प्रधान नगर कौंसिल बरनाला । कई बार नगर कौंसिल के ईओ के ध्यान में समस्या लाकर मांग व गोशाला प्रबंधों से भी सहयोग देने की अपील कर चुके हैं। लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है।
प्रवीन बबली, पार्षद वार्ड नौ। लावारिस पशुओं का कोई समाधान नहीं है। जिला प्रशासन को ही इसका समाधान करना चाहिए और लोगों को भी इसमें सहयोग करना चाहिए।
हेमराज, पार्षद वार्ड 10 गोसेस वसूल रही प्रदेश सरकार को ही इसका समाधान करना चाहिए व जिला प्रशासन को मनाल गोशाला में लावारिस पशुओं को छोड़ना चाहिए। उन्होने कहा कि बेसहारा गोवंश को शहर की 35 गोशाला में बांटना चाहिए।
महेश कुमार लौटा, पार्षद वार्ड 23 एनीमल हस्वेंडरी को को लावारिस पशुओं के समाधान के लिए लिखते हुए डीसी से खाली गोशाला में इसको छोड़ समाधान की मांग की है व जल्द ही समाधान होगा।
रघुवीर प्रकाश, उपप्रधान, नगर कौैंसिल
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप