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अभियान किस्त नंबर 5--

बरनाला शहर के ट्राइडेंट वाले ओवरब्रिज सेखा कैंचियां चौंक सेक्रेड हार्ट स्कूल रोड पर सिंग्नल का अभाव है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Nov 2019 03:53 PM (IST)Updated: Sat, 23 Nov 2019 07:53 PM (IST)
अभियान किस्त नंबर 5--
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हेमंत राजू, बरनाला : शहर के ट्राइडेंट वाले ओवरब्रिज, सेखा कैचियां चौक, सेक्रेट हार्ट स्कूल रोड, नानकसर गुरुद्वारा साहिब चौक, बाजाखाना रोड ओवरब्रिज, तर्कशील चौक, संघेड़ा चौक, रामगढि़या रोड चौक, धनौला रोड अंडर पास, फरवाही चुंगी के अलावा शहर के विभिन्न चौकों पर बिजली सप्लाई बंद रहने व लाइट नहीं होने के कारण अकसर ही हादसे होते रहते हैं।

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जबकि वाहन चालक भी तेजी के साथ निकलने की कोशिश करते हैं हादसे होते रहते हैं। जिसमें कई लोगों की जान भी चली जाती है। अधिकांश क्षेत्रों में ट्रैफिक लाइटें व ब्लिकर, डिप लाइट आदि लगे ही नहीं हैं। जिस कारण अकसर हादसे होते रहते है।

शहर में करीब 40 करोड़ की लागत से तैयार कचहरी चौक आरओबी पर निर्माण कंपनी ने 120 वाट व 90 वाट की 150 एलईडी लगाई थी। आरओबी उद्घाटन के बाद तीन माह तक एलईडी को चालू रखने को लेकर आए करीब चार लाख खर्च झेलने के बाद ओवरब्रिज बनाने वाली कंपनी के अधिकारी भी हाथ खड़े कर एलईडी बंद करके 28 जून को चले गए व तब से ही रात में वहां पर अंधेरा रहता है, जबकि नानकसर गुरुद्वारा साहिब के समक्ष पुल पर चढ़ते व पुल से उतरते हुए खुड्डी नाका पर ट्रैफिक येलो अथवा रेड लाइट का कोई प्रबंध नहीं है, जिस कारण छोटे-मोटे हादसे होते रहते है।

रोहन एंड राजदीप टोल प्लाजा द्वारा सेखा कैचियां रायकोट रोड पर महलकलां के टोल प्लाजा द्वारा लाखों रुपये प्रतिदिन टोल के रूप में लेते है। ट्राइडेंट रोड पर बने ओवरब्रिज चढ़ते व उतरते समय सर्विस लेन बनी हुई है, परंतु वहां पर किसी भी रेड लाइट अथवा येलो लाइट नहीं लगाई गई है, जबकि इस रास्ते से प्रतिदिन करीब 20 हजार लोग आवागमन करते हैं।

इस रास्ते में नवंबर के पहले सप्ताह सड़क हादसे में दो बच्चों सहित चार लोगों की मौत हो चुकी है। इसी प्रकार अक्टूबर में टाटा 407 के नीचे आने से एक बच्ची मौत का शिकार हो चुकी है। गच वर्ष इसी सड़क पर करीब 5 लोग अपनी जान सड़क हादसे में गवा चुके है। सिग्नल होना ही चाहिए : राजिंदर सिंगला

समाजसेवी राजिदर सिगला ने कहा कि शहर की मुख्य सड़कों, चौक में ट्रैफिक लाइट सिग्नल की कमी सड़क हादसे का सबसे बड़ा कारण है। क्योकि धूंध में न तो यू टर्न व न ही चौक का पता चलता है, जिस कारण हादसे होते है। लोग सुविधा के लिए देते हैं टैक्स : मुनीश

समाजसेवी मुनीश सिगला ने कहा कि लोग रोड टैक्स भर करके सफर करते है, परंतु टोल प्लाजा पर रोड टैक्स के बावजूद लोगों को सुविधा ना मिलना गलत बात है। उन्होने कहा कि टोल कंपनियों को टोल रोड पर लोगों को सुविधाएं देनी चाहिए। चौक पर हो सुरक्षा का प्रबंध : मनु

समाजसेवी मनु जिदल ने कहा कि अगर हर चौक पर पुख्ता प्रबंध, ट्रैफिक लाइट, जेब्रा क्रासिग सहित अन्य ट्रैफिक सिस्टम सही ढंग से चलाया जाए, तो हादसे कम हो सकते है। ओवर ब्रिज पर लाइट लाजमी है : रामपाल

समाजसेवी रामपाल गोयल ने कहा कि अगर टैक्स भरने के बाद भी लोगों को ओवरब्रिज पर एलईडी, क्रासिग लाइट व अन्य सिग्नल नहीं है, तो टोल कंपनियों को टैक्स लेने का कोई अधिकार नहीं है व लोगों को टैक्स देना बंद करना चाहिए।

जल्द ही प्रबंध पूरे किए जाएंगे : डीसी

डीसी तेज प्रताप सिंह फूलका ने कहा कि वह पीडब्लयूडी बी एंड आरके के एक्सईएन को उनकी सड़कों पर व नगर कौंसिल बरनाला व संबंधित कौंसिल के ईओ को लाइटों का प्रबंध करने के आदेश जारी कर रहे हैं। जल्द ही शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर ट्रैफिक लाइट, ब्लिकर आदि की व्यवस्था करवा दी जाएगी।


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