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एसडीएम गेहूं के खरीद का मुकम्मबल प्रबंधन करने को कहा

एसडीएम वरजीत वालिया ने खुराक व सिविल सप्लाई विभाग के अधिकारियों से बैठक की।

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Apr 2021 06:04 PM (IST)Updated: Sun, 04 Apr 2021 06:04 PM (IST)
एसडीएम गेहूं  के खरीद का मुकम्मबल प्रबंधन करने को कहा
एसडीएम गेहूं के खरीद का मुकम्मबल प्रबंधन करने को कहा

हेमंत राजू, बरनाला : एसडीएम वरजीत वालिया ने खुराक व सिविल सप्लाई विभाग के अधिकारियों, मार्केट कमेटी के अधिकारियों, बरनाला, तपा, धनौला, भदौड़ व महलकलां के आढ़तिया एसोसिएशन के सदस्यों से गेहूं के खरीद प्रबंधों को लेकर तैयार होने के लिए कहा है।

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एसडीएम वालिया ने बताया कि मंडियों में गेहूं की आमद सरकार के निर्देशों के अनुसार दस अप्रैल से शुरू हो रही है। खरीद एजेंसियों के सभी सबंधित अधिकारी गेहूं की खरीद संबंधी सभी प्रबंध पूरे करें, ताकि आढ़तियों व किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी ना आए। उन्होंने आढ़तिया एसोसिएशन बरनाला के साबका प्रधान सतीश चीमा, साबका प्रधान इकबाल सिंह सरां ढिल्लों, साबका प्रधान धीरज दद्दाहूर व अन्य सदस्यों से कहा कि वह सभी किसानों को सूखा गेहूं ही मंडियों में लाने के लिए प्रेरित करें। इस दौरान आढ़तिया एसोसिएशन के सदस्यों ने उनको पूर्ण विश्वास दिलाया कि गेहूं के सीजन में किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी। जिले की विभिन्न मंडियों में पक्के तौर पर 95 खरीद केंद्र बनाए गए है, परंतु कोरोना से बचाव के लिए कुछ अस्थाई तौर पर भी खरीद केंद्र बनाए गए हैं।

आढ़तिया एसोसिएशन बरनाला के साबका प्रधान सतीश चीमा ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि जिले की मंडियों में किसानों को किसी किस्म की कोई भी परेशानी नहीं आने दी जाएगी। सभी किसान गेहूं को अच्छी प्रकार से पका कर व सुखा कर ही मंडी में लाएं व कोरोना के नियमों का पालना करें। आढ़तिया एसोसिएशन बरनाला के साबका प्रधान इकबाल सिंह सरां ढिल्लों ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसान गेहूं व अन्य फसलों के अवशेष को आग नहीं लगाएं व अपने गांव व क्षेत्र के अन्य किसानों को इस बुरे रुझान प्रति संजीदगी के साथ अधिक से अधिक जागरूक करें।

आढ़तिया एसोसिएशन बरनाला के साबका प्रधान धीरज ददाहूर ने किसान भाइयों को कहा कि वे फसलों के अवशेष को आग न लगाएं। सभी किसान फसली विभिन्नता, कुदरती व जैविक खेती अपना कर गेहूं व धान के फसली चक्कर से बाहर निकलकर अन्य प्रकार की आर्गेनिक खेती भी करे।


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