14वें दिन भी नहीं हुई सफाई, कर्मचारी बोले-मांगें मान लीं तो उठा लेंगे कूड़ा
प्रदेश भर में चल रही सफाई सेवकों की हड़ताल के कारण सभी जिलों में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है।
संवाद सूत्र, बरनाला
प्रदेश भर में चल रही सफाई सेवकों की हड़ताल के कारण सभी जिलों में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। सफाई सेवकों की हड़ताल बुधवार को 14वें दिन में प्रवेश कर गई है। हड़ताल के कारण शहर में 150 मीट्रिक टन कूड़ा जमा होने के कारण शहर में जगह-जगह गंदगी के ढेर लग गए हैं। इन गंदगी के ढेरों से आने वाली बदबू व मच्छर-मक्खियों की भरमार के कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। यदि सफाई सेवकों की हड़ताल इसी तरह जारी रही तो शहर में डेंगू-मलेरिया आदि बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ जाएगा।
नगर कौंसिल बरनाला के सैनेटरी इंस्पेक्टर अंकुश व स्वच्छ भारत अभियान की टीम के एडवोकेट पारूल ने लोगों से अपील की है कि सफाई सेवकों की हड़ताल के चलते लोग खुद अपनी जिम्मेवारी समझते हुए कूड़े का निस्तारण करें। गीले कूड़े से घर की छत पर या खाली प्लाट में खाद बनाने का प्रोसेस लगाएं। फलों, सब्जियों के छिलके व किचन की वेस्टेज के अलावा गीला कूड़ा एक जगह एकत्रित किया जा सकता है। घर की छत पर इसे किसी बड़े डिब्बे में एकत्रित करें या प्लाट में गड्ढा खोदकर उसमें डालें और इसे धूप में सूखने दें। हर रोज यह कूड़ा जैसे-जैसे सूखता जाएगा वैसे वैसे कम होता जाएगा। इसमें कैमिकल मिलाने से यह गलना शुरू हो जाता है।