तीन साल में सड़क हादसों में सैकड़ों लोगों की गई जान
जिला बरनाला में आए दिन कोई न कोई सड़क हादसा होता ही रहता है।
हेमंत राजू, बरनाला
जिला बरनाला में आए दिन कोई न कोई सड़क हादसा होता ही रहता है। इस साल जिले में सड़कों पर घूम रहे लावारिस पशु सबसे बड़े कारण रहे हैं। जिले में वर्ष 2018 में जिले में 268 सड़क हादसे दर्ज किए गए हैं, जिसमें करीब 53 लोगों की जान चली गई थी। इनमें से 22 मौतें सिर्फ बेसहारा पशुओं की टक्कर से हुई हैं, जबकि 10 मामले में वाहन चालक की लापरवाही सामने आई है। 21 लोगों की मौत वाहनों के आपसी टक्कर के चलते हुई है।
इसी तरह 2019 में 297 सड़क हादसे दर्ज किए गए हैं, जिसमें 61 लोगों की मौत हुई थी। 23 लोगों की मौत बेसहारा पशुओं की टक्कर से के कारण हुई है। जबकि 13 लोगों की मौत वाहन चालकों की लापरवाही से हुई है। 25 की जान वाहनों के टकराने से गई।
इसी तरह 2020 के नवंबर तक 38 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें 10 लोगों की जान पिछले एक माह में गई है। हालाकि कोरोना के कारण हादसे में काफी कपी रही है। इन सड़क हादसों में करीब 11 मौत बेसहारा पशुओं की टक्कर से सड़क हादसे में, करीब 6 लोगों की मौत सड़क हादसों में वाहन चालकों की लापरवाही समेत करीब 21 लोगों की मौत सड़क हादसो में वाहनों की टक्कर से हुई है।
सर्दी के मौसम में कोहरा के कारण हर साल आसतन 147 सड़क हादसों में मौत समेत करीब 50 लोगों की तीन साल में जान जा चुकी है। इसमें बड़ा कारण ट्रैफिक सिग्नल व तेज रफ्तारी है। बाजाखाना रोड पर व्यक्ति की मौत जागरण संवाददाता, बरनाला :
बरनाला बाजाखाना रोड के नजदीक सोहल पत्ती के पास हुए सड़क हादसे में बाइक सवार की मौत हो गई। सतनाम सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी भोतना बरनाला, भोतना से मजदूरी करके जा रहे थे तो सोहल पत्ती के पास अचानक हादसे का शिकार हो गए। जिसमें सतनाम सिंह की मौत हो गई।
वहीं अस्पताल पहुंचे परिवारिक सदस्यों ने बताया कि बाइक सवार साथी ने हादसे की जानकारी दी, उन्होंने कहा कि यह मारपीट मा मामला लगता है, क्योंकि बाइक को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है।