श्री गुरु तेग बहादुर के जीवन पर प्रकाश डाला
पंजाबी यूनिवर्सिटी कालेज ढिलवां में वेबिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान कोआर्डीनेटर डाक्टर जसवंत सिंह बुग्गरा ने कहा कि ढिलवां वह धरती है जहां पर श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के चरण पड़े हुए हैं।
संवाद सहयोगी, तपा (बरनाला)
पंजाबी यूनिवर्सिटी कालेज ढिलवां में वेबिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान कोआर्डीनेटर डाक्टर जसवंत सिंह बुग्गरा ने कहा कि ढिलवां वह धरती है, जहां पर श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के चरण पड़े हुए हैं। इस दौरान डाक्टर राकेश जिदल ने वेबिनार में कालेज की प्राप्तियों और आगे क्या काम किए जा रहे हैं के बारे में गहनता से जानकारी दी। डाक्टर जगरूप कौर ने श्री गुरु तेग बहादुर के जीवन के बारे में सबको अवगत करवाया। इस अवसर पर डाक्टर गुरजिदर सिंह, डाक्टर भुपिदरपाल सिंह, डाक्टर बेअंत सिंह, डाक्टर बृजेश पाठक, डाक्टर कमलजीत कौर, प्रो.संदीप सिंह, प्रो. जोनी लाल, प्रो. जसविदर सिंह, प्रो. हरदीप सिंह, प्रो. गुरप्रीत सिंह, प्रो. देव करण, प्रो. अमरजीत सिंह, प्रो. गुरप्रीत कौर, प्रो. स्वर्ण कौर, प्रो. अमनदीप कौर, प्रो. गुरप्रीत कौर, प्रो. अमन कौर, प्रो. सुखपाल कौर, जसवीर सिंह, हरदीप सिंह, अमृत व समूह विद्यार्थी उपस्थित थे। -------------------
मकर संक्रांति के बारे में बताया
संवाद सूत्र, बरनाला
संघेड़ा स्थित बाबा टेक दास में माघी की संग्राद का दिवस श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। इस बारे में बताते हुए डेरे के गद्दी नशीन बाबा सुखदेव मुनी ने बताया कि विभिन्न श्रद्धालूओं ने उनकी मनोकामना पूरी होने पर डेरे में श्री अखंड पाठ साहिब जी के प्रकाश भी करवाए व महंत मघ्घर दास, महंत पंचम दास, महंत सरवण दास, महंत गुरमुख दास, वैद्य तारा सिंह, पंडित जगदीश राम, दर्शन सिंह आदि ने माघी की संग्राद के बारे में अपने विचार पेश किए। भाई बहादर सिंह ने गुरबानी कीर्तन करके संगत को निहाल किया व गुरुओं के बताए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान आई संगत के लिए गुरु का लंगर चलाया गया।