पीएसयू के सदस्यों ने की स्कूल खोलने की मांग
स्कूलों कालेजों-यूनिवर्सिटियों को खुलवाने को लेकर नौ विद्यार्थी संगठनों ने स्कूल शुरू करने की मांगी की।
संवाद सूत्र, बरनाला : स्कूलों, कालेजों-यूनिवर्सिटियों को खुलवाने को लेकर नौ विद्यार्थी संगठनों द्वारा किए गए संघर्ष के आह्वान पर शुक्रवार को पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन ललकार ने देहाती मजदूर सभा के सहयोग से गांव कालबंजारा में स्कूली बच्चों व उनके अभिभावकों से बैठक की। बैठक में पीएसयू ललकार के विद्यार्थी नेता मनवीर बेहला ने बच्चों के अभिभावकों को केंद्र की मोदी सरकार की लागू की जा रही राष्ट्रीय शिक्षा नीति संबंधी अवगत करवाते हुए कहा कि केंद्र सरकार आगामी समय में स्कूलों, कालेजों, यूनिवर्सिटियों के विद्यार्थियों को जहां मानसिक तौर पर सस्ते मजदूरों के तौर पर तैयार कर रही है वहीं अल्पसंख्यक विद्यार्थियों का बहाना बनाकर उन शैक्षणिक संस्थाओं को बंद करना चाहती है। जिनमें बड़ी संख्या में मजदूर परिवारों व गरीब किरतियों के बच्चे पढ़ते हैं। कोरोना का बहाना बनाकर पंजाब सरकार ने जो भी शैक्षणिक विभागों को बंद करके आनलाइन शिक्षा का माडल लागू किया है। यह केंद्र सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति का ही हिस्सा है। आनलाइन शिक्षा के माध्यम से स्कूलों, कालेजों-यूनिवर्सिटियों में अध्यापकों के पद समाप्त करके एक ही अध्यापक से सैकड़ों हजारों विद्यार्थियों को एक ही समय में मोबाइल या लैपटाप से पढ़ाई करवाने के रास्ते बनाए जा रहे हैं।
देहाती मजदूर सभा के जिला महासचिव भोला सिंह कलालमाजरा ने कहा कि स्कूलों, कालेजों, यूनिवर्सिटियों को बंद करके सरकार बच्चों से शिक्षा का हक छीन रही है। इस शिक्षा विरोधी नीति का सबको मिलकर विरोध करना चाहिए। इस मौके ब्लाक नेता बलदेव सिंह, रामप्रवेश सिंह, सुरजीत सिंह, महिदर सिंह, राम सिंह, चमकौर सिंह, भजन सिंह, नछतर, कर्मा आदि उपस्थित थे।