जबरन फीस वसूलने के विरोध में स्कूल के खिलाफ प्रदर्शन
संवाद सूत्र भदौड़ बरनाला जबरन फीस वसूलने को लेकर बच्चों के अभिभावकों व भारतीय किसान यूनियन ने किया प्रदर्शन।
संवाद सूत्र, भदौड़, बरनाला :
जबरन फीस वसूलने को लेकर बच्चों के अभिभावकों व भारतीय किसान यूनियन डकौंदा समेत संगठनों ने बड़े संघर्ष की चेतावनी देते हुए बाबा गांधा सिंह पब्लिक स्कूल व गोविद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में प्रबंधक कमेटी से मिलकर धरना लगाया गया। बुधवार को फीस वसूली के लिए परेशान करने पर अभिभावकों ने नारेबाजी की। नेता कर्मजीत सिंह मान, प्रधान भोला सिंह, ब्लॉक सचिव कुलवंत सिंह, हरबंस सिंह, प्रधान जगरूप सिंह, कालू सिंह, मनप्रीत सिंह, वजीर सिंह, कृपाल सिंह, टेक सिंह ने कहा कि हाईकोर्ट द्वारा पहले भी कम फीस व फीस के लिए नाम न काटने से लेकर फीस के लिए परेशान करने पर रोक लगाई है व अब 26 सितंबर को फिर से हाईकोर्ट द्वारा फैसला सुनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से धक्केशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जबरन फीस वसूलने को लेकर बच्चों के अभिभावकों व भारतीय किसान यूनियन डकौंदा समेत संगठनों ने 15 सदस्य कमेटी का गठन किया है। जिसमें प्रधान बूटा सिंह, राजू सिंह, कुलदीप सिंह, मनप्रीत सिंह, कर्मजीत सिंह, जग्गा मान, गुरजंट सिंह, नैब सिंह, जगसीर सिंह, गुरप्रीत सिंह, शिगारा सिंह मान, रेशम सिंह आदि शामिल किए है। अगर सोमवार तक अभिभावकों को कोई भरोसा न दिया गया तो 26 सितंबर को फैसले के बाद अगला संघर्ष किया जाएगा।
कोरोना कॉल के दौरान पंजाब में कर्फ्यू के कारण हर क्षेत्र में जहां आर्थिक संकट छाया, वहीं जिदगी पटरी से उतर गई। कोरोना कॉल के दौरान पटरी से उतरे व्यापार व कामकाज के कारण पंजाब में आर्थिक संकट पैदा हो गया। वहीं कई प्राईवेट स्कूल बंद हो गए, जिसमें मुख्य बरनाला रायकोट रोड पर तर्कशील स्कूल शामिल है। गौर हो कि कोरोना कॉल से जहां हर क्षेत्र में एक असर व कहर देखने को मिला, वहीं अधिक असर व्यक्ति के तीसरे नेत्र शिक्षा पर दिखाई दे रहा है। गौर हो कि कोरोना के कार्याकाल के दौरान लोगों द्वारा आर्थिक संकट से जूझते व छुटकारा पाने के लिए बच्चों की महंगी फीसों से बचाव को या तो स्कूल से हटा लिया व या सरकारी स्कूलों में दाखिला करवा रहे है। वहीं स्कूलों द्वारा जबरन फीस वसूली का मामला शांत होने की वजह बढ़ता चला जा रहा है।
जबरन फीस वसूलने को लेकर बच्चों के अभिभावकों व भारतीय किसान यूनियन डकौंदा समेत संगठनों ने बड़े संघर्ष की चेतावनी के साथ बुधवार को धरना लगाया गया व स्कूल के बाहर नारेबाजी की गई।